द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार समेत पूरा देश लगातार कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है. लगातार बढ़ रहे मामले को लेकर सरकार और प्रशासन भी काफी चिंतित है. बिहार में भी लगातार कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है. इसके बाद अब विदेश और दूसरे राज्यों से आए सभी लोगों की आज से स्क्रीनिंग कराई जाएगी.

आपदा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत के अनुसार वैसे लोग जो दिल्ली, महाराष्ट्र और केरल से आए हैं, उनकी प्राथमिकता के आधार पर पहले स्क्रीनिंग की जाएगी. बिहार में 3200 से ज्यादा स्कूलों में लगभग 26000 मजदूरों को क्वेरेंटाइन में रखा गया है. सभी के भोजन और आवास की सरकार व्यवस्था कर रही है.
लोगों की तलाश में भी तेजी लाने का आदेश
शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार ने आदेश दिया था कि जो लोग बिहार के बाहर से प्रदेश में आए हैं उनकी कोरोना जांच प्राथमिकता के आधार पर की जाए. क्वेरेंटाइन में रखे गए लोगों की निगरानी तथा वहां की व्यवस्था ठीक रखने का भी आदेश दिया गया है. साथ ही लोगों की तलाश के काम में भी तेजी लाने की बात कही गई है.

22 मार्च के बाद बिहार आए लोगों की होगी जांच
मुख्य सचिव दीपक कुमार ने भी सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि 22 मार्च के बाद जितने भी अप्रवासी बिहार लौटे हैं उनकी स्क्रीनिंग की जाए और जिनमें कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं उनकी जांच कराई जाए. दीपक कुमार ने कहा है कि महाराष्ट्र के मुंबई और पुणे कोरोना के अतिसंवेदनशील जोन रहे हैं. ऐसी स्थिति में जो लोग मुंबई या पुणे से आए हैं पहले उनकी जांच कराई जाएगी. यदि पॉजिटिव केस पाया जाता है तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देशों की आधार पर उनके इलाज की व्यवस्था की जाए.

इसके बाद केरल, तमिलनाडु और दिल्ली से आए लोगों की अलग-अलग स्क्रीनिंग की जाएगी. अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि हर हाल में 6 दिन में इस कार्य को पूरा किया जाए. मुख्य सचिव ने बताया कि लॉकडाउन के बीच करीब 1.80 लाख लोग बिहार आए हैं. इनमें से करीब 26 हजार से अधिक लोगों को गांवों के विभिन्न सरकारी स्कूलों में क्वेरेंटाइन किया गया है. हमारे पास जांच के इतने साधन नहीं कि सबकी जांच हो सके, इस वजह से जिनमें कोरोना के लक्षण हैं उनकी पहले जांच के निर्देश दिए गए हैं.
आपको बता दें कि बिहार के बाहर से पहुंचे 26 हजार से अधिक अप्रवासी श्रमिकों को अब तक क्वेरेंटाइन में भेजा गया है. यहां उन्हें 14 दिनों तक रहना है. सूबे के 3200 विद्यालयों में क्वेरेंटाइन सेंटर बनाया गया है.
