पूरे बिहार में अगर देखा जाए तो भागलपुर कभी पहले नंबर पर तो कभी दूसरे नंबर पर कोरोना के आंकड़ों में रहा है। यह आंकड़ा कोरोना का है। रोज वहां कुछ ना कुछ वैसा हो रहा है जिसमें लगता है कि केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्वनी चौबे के होम टाउन भागलपुर को देखने वाला कोई नहीं है। यहां लगभग सारे अधिकारी लगभग एक दर्जन डॉक्टर, एक दर्जन स्वास्थ्य कर्मी और एक दर्जन पत्रकार कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। शहर में 2 दिन पहले आत्माराम मेडिकल के चौखट पर कोरोना पॉजिटिव मरीज ने दम तोड़ा था। वह दहशत लोगों के मन से अभी निकला भी नहीं है की उसी बीच एक और वीडियो वायरल हो रहा है।
वीडियो कोविड अस्पताल जवाहरलाल नेहरु मेडिकल कॉलेज का है जहां एक लड़का अपने पिता के इलाज के लिए जवाहरलाल मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती है। उनके पिता को सांस की समस्या है। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि लड़का रो रहा है और यह कह रहा है कि मेरे पिता शंकर मंडल पिछले 4 दिनों से इसी हॉस्पिटल में एडमिट है लेकिन उन्हें कोई देखने वाला नहीं है। लड़का वीडियो में आरोप लगा रहा है कि यहां सिर्फ उन्हीं का ईलाज हो रहा है जिनके पास पैरवी है।