द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार की राजधानी पटना में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा. रविवार को राजधानी में कुल 22 लोग कोविड-19 से संक्रमित मिले. चौंकाने वाली बात है कि इन 22 नए मामलों में सात डॉक्टर भी हैं जो पीएमसीएच के गायनी वार्ड में कार्यरत हैं. पीएमसीएच के साथ डॉक्टर से समेत एक टेक्नीशियन भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. सात में से पांच डॉक्टर गाइनी विभाग की हैं और अस्पताल कैंपस के हॉस्टल में रहती हैं जबकि एक 54 साल के सीनियर डॉक्टर भी पॉजिटिव पाए गए हैं वह कंकड़बाग इलाके में रहते हैं.
इसके अलावे 25 साल के एक जूनियर डॉक्टर पीजी हॉस्टल में रहते हैं जिस टेक्नीशियन को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. वह सरिस्ताबाद इलाके का रहने वाला है. डॉक्टर्स के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उनके संपर्क में आने वाले गाइनी, एनेस्थीसिया और क्लीनिकल पैथोलॉजी विभाग के सभी डॉक्टरों और कर्मचारियों की जांच कराई जाएगी. पीएमसीएच में संक्रमण का यह चेन बड़ा हो सकता है.
पीएमसीएच में आज बड़े पैमाने पर कोरोना की जांच कराई जाएगी. इसमें सभी प्रमुख विभागों के डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ का सैंपल लिया जाएगा. पीएमसीएच प्रशासन का कहना है कि अगर आवश्यक हुआ तो संक्रमण की आशंका वाले डॉक्टर्स के साथ-साथ मेडिकल स्टाफ को भी क्वारंटाइन किया जा सकता है.
कोरोना से रविवार को बिहार में पांच मौतें हुई. दो बेगूसराय, एक पटना, एक जहानाबाद और एक गया के मरीज की जान गई है. पटना एम्स में दिल्ली के पासपौर्ट अफसर विनय कुमार और जक्कनपुर थाने के होमगार्ड जवान बिंदा यादव की मौत हो गई. 44 साल के विनय जहानाबाद के मखदूमपुर के शीमेला गांव के थे. वहीं 51 साल के बिंदा मसौढ़ी के खरजामा गांव के थे. पटना के पहले जवान की कोरोना से मौत हो गई. विनय हार्ट पेशेंट थे और 13 जून को एम्स में भर्ती हुए थे. 15 को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. बिंदा शुगर के मरीज थे. वे 10 को एम्स में भर्ती हुए.