बोकारो: कोरोना वायरस से मुक्ति के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से देश वासियों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से लॉक डाउन किये जाने के बाद देश के विभिन्न क्षेत्रों से मजदूरों का पलायन हो रहा है। लॉक डॉउन के बाद दिहाड़ी मजदूर पर कोरोना का कहर टूट पड़ा है। वाहन नही मिलने के कारण लोग पैदल ही अपने अपने गांव घर जाने को विवश हैं। रोजीरोटी की तलाश में विभिन्न स्थानों में काम करने आये मजदूरों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। ऐसा ही एक मामला शनिवार को रांची के घाघरा से चलकर दुमका पैदल जा रहे चार युवकों को देखा गया। बोकारो जिले के पेटरवार पुलिस प्रशासन की ओर से रोक कर उसके खाने पीने की ब्यवस्था की ओर से सुरक्षित अपने घर दुमका भेजने की तैयारी भी कर ली थी। इसी बीच गोला थाना पुलिस उक्त चारो युवको को अपने साथ गोला थाना ले गयी। गोला पुलिस ने बताया कि गोला थाना में ओर 6 युवक है जिन्हें वाहन की ब्यवस्था करके दुमका भेजा जाएगा।

दुमका जिले के मसरिया थाना क्षेत्र के जोगीडीह ग्राम निवासी दिलीप राय (15 वर्ष),संतोष मुर्मू(20 वर्ष)मंगल टुडू(40 वर्ष) व महाचरण मुर्मू(42 वर्ष) रांची के घाघरा में पेयजलापूर्ति योजना के तहत पाइप लाइन बिछाने का कार्य करते थे। कोरोना वायरस को लेकर देश मे लॉक डाउन होने के बाद कंपनी ने कार्य बंद कर दिया। उक्त युवको ने बताया कि कंपनी केवल जीवन यापन के लिए खाना दिया करती थी मजदूरी का भुगतान नही किया गया था। लॉक डाउन के बाद कंपनी ने कार्य की बंद कर दिया तब मजबूरन हमलोगों ने 26 मार्च को रांची के घाघरा से पैदल दुमका के लिए चल दिये और शनिवार को पेटरवार पहुंचे है।

दुमका जाने के क्रम में पेटरवार थाना के प्रशिक्षु दारोगा विक्रम आदित्य कुमार मुर्मू ने उन युवको को अपने स्तर पर सहयोग राशि प्रदान की ओर उन युवको के लिए दाल- भात केंद्र में खाने की ब्यवस्था भी की। दुमका जाने के लिए पेटरवार में ठहरे युवको को रामगढ़ जिले के गोला पुलिस अपने साथ गोला थाना लेते गयी। गोला के थाना प्रभारी धनंजय प्रसाद ने बताया कि इस दल के 6 अन्य सदस्यों को गोला थाना में रखा गया है इन सभी को वाहन की ब्यवस्था करके दुमका भेजा जाएगा.

राकेश की रिपोर्ट