नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में मंगलवार को कोविड-19 के करीब 5,500 मामले सामने आए हैं और संक्रमण दर बढ़कर 8.37 प्रतिशत हो गई है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से शाम के करीब चार बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 5481 केस की पुष्टि हुई है. इतने ही समय में 1575 मरीज ठीक हुए हैं और तीन लोगों की मौत हुई है.
दिल्ली में अब तक 1,46,3701 मरीज कोरोना से संक्रमित हुए हैं और इनमें से 14,23,699 मरीज संक्रमण से उबर चुके हैं. 25,113 मरीजों की मौत हुई है. इस समय 14889 एक्टिव मरीज हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं. खुद ट्वीट कर उन्होंने इसकी जानकारी दी है.
नए प्रतिबंधों की घोषणा
राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमिक्रोन’ के प्रसार के कारण संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देजनर दिल्ली सरकार ने सप्ताहांत पर कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है. उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली में आवश्यक सेवाओं के अलावा, सभी सरकारी अधिकारी घर से काम करेंगे. निजी कार्यालयों को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ काम करने की अनुमति होगी.
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक के बाद उन्होंने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शनिवार और रविवार को कर्फ्यू रहेगा. लोगों से अनुरोध किया जाता है कि बेहद जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें.
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार को डर है कि बस स्टॉप और मेट्रो स्टेशन संक्रमण के तेजी से फैलने का केन्द्र बन सकते हैं, क्योंकि बैठने की क्षमता आधी होने से वहां लंबी कतारें लग रही हैं. इसलिए, बसों और मेट्रो को पूर्ण क्षमता के साथ चलाने का फैसला किया गया है. उन्होंने कहा कि किसी को भी बिना मास्क के यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी.
अस्पताल में कोरोना मरीज
सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली में अभी कोरोना वायरस संक्रमण के 11 हजार मरीज उपचाराधीन हैं, जिनमें से 350 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. इनमें से 124 मरीजों को ऑक्सीजन की मदद दी गई, जबकि कम से कम सात मरीज वेंटिलेटर पर हैं.
राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण की दर के पांच प्रतिशत के पार चले जाने के बाद डीडीएमए ने 28 दिसंबर को ‘येलो अलर्ट’ की घोषणा की थी, जिसके तहत सिनेमाघर और जिम बंद कर दिए गए थे. गैर-आवश्यक सामान की दुकानों को सम-विषम आधार पर खोलने और मेट्रो तथा बसों में यात्रियों के बैठने की क्षमता 50 प्रतिशत करने का निर्देश भी दिया था.
IHU का खतरा
ओमिक्रोन वेरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच फ्रांस के वैज्ञानिकों ने कोरोना के एक और वेरिएंट आईएचयू का पता लगाया है. आईएचयू वेरिएंट 46 बार अपना रूप बदल चुका है. माना जा रहा है कि ये बेसिक कोविड के मुकाबले ज्यादा टीका प्रतिरोधी और संक्रामक है.