रांची : झारखंड प्रदेश महिला कांग्रेस कमिटी का एकदिवसीय धरना एवं पांच मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर हल्ला बोल हस्ताक्षर अभियान राजधानी रांची के अल्बर्ट एक्का चौक पर प्रदेश महिला कांग्रेस की गुंजन सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई. कार्यक्रम का संचालन रांची महिला महानगर कांग्रेस अध्यक्ष चन्द्रश्मी पिंगुवा ने किया.
महिला अध्यक्ष गुंजन सिंह के नेतृत्व में आओ बहनों हाथ से हाथ मिला़ओ, महिलाओं को सशक्त बनाओ. कार्यक्रम के तहत हाथरस की बेटी को इंसाफ दिलाने, केंद्र सरकार की योजना एवं नियोजन पर महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण सुनिश्चित कराने, केंद्र सरकार द्वारा पारित किसान कानून को अविलम्ब वापस लेने, महिला उत्पीड़न पर व्यापक जागरूकता अभियान चलाने एवं असंगठित महिला मजदूरों की समस्याओं के निदान के लिए पु्र्वाहन 11.30 बजे से 2.00 बजे तक हस्ताक्षर अभियान के साथ-साथ धरना व हस्ताक्षर अभियान चलाया गया.
झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह राज्य के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि एक ओर देश में दुष्कर्म की घटना बढ़ी है. वहीं लोकतंत्र का गला घोटने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने देश के लिए सबसे बड़ी दुर्भाग्य की बात है कि केंद्र सरकार ने कृषि क्षेत्र को भी पूंजीवाद के हवाले कर दिया है और भारत की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. डॉ. रामेश्वर उरांव मंगलवार को रांची के अल्बर्ट एक्का चौक में प्रदेश महिला कांग्रेस द्वारा हाथरस की घटना के खिलाफ एक महीने तक चलने वाले ‘आओ बहनों हाथ से हाथ मिलाओ’ कार्यक्रम के तहत हस्ताक्षर अभियान के उदघाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे.

उरांव ने कहा कि राहुल गांधी की ओर से यह साफ कहा गया है कि सत्ता में आते ही कृषि क्षेत्र से संबंधित पारित तीन विधेयकों को निरस्त कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह सरकार के समय पूरी दुनिया में मंदी आयी थी, लेकिन उन्होंने इससे देश को प्रभावित नहीं होने दिया, लेकिन आज पूरे देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गयी है, नोटबंदी लागू होने के वक्त ही पी.चिदबरम ने कहा था कि जीडीपी में दो प्रतिशत की गिरावट आएगी, यह सही साबित हुआ. केंद्र सरकार ने बिना सोचे-समझे और बगैर कोई तैयारी के पूरे देश में जीएसटी को लागू कर दिया, लेकिन अब राज्यों को 14 प्रतिशत क्षतिपूर्ति का भुगतान नहीं किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि झारखंड का केंद्र के पास 3300 करोड़ रुपये बकाया है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सबसे दुःखद बात यह है कि केंद्र सरकार ने कृषि क्षेत्र को पूंजीवाद के हवाले कर दिया, पूंजीपति कम दाम में खरीदेंगे और ज्यादा दाम में बेचेंगे, इससे किसानों और आम उपभोक्ताओं दोनों को नुकसान होगा. भाजपा नेताओं द्वारा रांची में महात्मा गांधी की मूर्ति के समक्ष दिए जा रहे धरना के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि इतिहास गवाह है कि भाजपा-संघ नेताओं ने कभी गांधी को प्रतिष्ठा नहीं दी, जबकि कांग्रेस पार्टी उनके दिखाए रास्ते पर चलकर सत्याग्रह करते है. वहीं भाजपा नेताओं का सत्याग्रह नहीं दुराग्रह होता है.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महिला अध्यक्ष गुंजन सिंह ने कहा कि दलित की बेटी का परिवार इंसाफ मांग रहा है. इंसाफ देने की बजाय घटना पर योगी आदित्यनाथ परदा डाल रहे हैं. मनीसा बहन को न्याय नहीं मीलने तक महिला कांग्रेस का आंदोलन जारी रहेगा. केंद्र की भाजपा सरकार हर कदम अपने कुछ पूंजीपति मित्रों के हित को ध्यान में रखकर उठाती है. जिस तरह से कृषि क्षेत्र को पूंजीपतियों के हवाले करने की कोशिश की जा रही है. उससे आने वाले समय में पूरे देश के किसानों की स्थिति दयनीय हो जाएगी.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि हाथरस की घटना को लेकर पूरा देश आक्रोशित है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ उत्तर प्रदेश की पुलिस द्वारा जिस तरह से दुर्व्यवहार किया गया, उसे देखकर यह साबित होता है कि सबकुछ केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इशारे पर हुआ, आने वाले समय में जनता इसका जवाब देगी. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि कृषि बिल के खिलाफ कांग्रेस की ओर से चलाये जा रहे देशव्यापी को व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है.
कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, राजेश ठाकुर, प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे,लाल किशोर नाथ शाहदेव, प्रोफेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष आदित्य विक्रम जायसवाल, ओबीसी के प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष साहू, खेल विभाग के अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार सिंह, महिला कांग्रेस कमेटी की पिंकी सिंह, कंचन कुमारी, संगीता टोप्पो, अंकिता बर्मा, सीमा साहू, कंचन चौधरी, महिमा देवी, रेशमा देवी, ललिता तिर्की, देवंती देवी, रिंकू कुमारी, आशा सिंह, छोटू सिंह, सीमा लता, सीता राम चौधरी, इम्तियाज अली, अनु विश्वकर्मा, पार्वती सिंह, नीली सिन्हा, पारो देवी और दिनेश लाल सिन्हा मुख्य रूप से उपस्थित थे.
गौरी रानी की रिपोर्ट