रांची : कांग्रेस ने केंद्र सरकार को महंगाई, बेरोजगारी व जनहित से जुड़े मुद्दों पर घेरने के लिए सात दिवसीय जन जागरण अभियान की शुरुआत की. राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम की झारखंड में औपचारिक शुरुआत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने किया. इस दौरान कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, वित्तमंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो और शहजादा अनवर के अलावा जनजागरण अभियान के प्रदेश नियंत्रण कक्ष के संयोजक पूर्व मंत्री केशव महतो कमलेश ने पार्टी का झंडा दिखाकर जनजागरण रथ को रवाना किया. प्रदेश के सभी जिलों में भी एक सप्ताह तक चलने वाले जनजागरण अभियान कार्यक्रम की शुरुआत हुई.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार के सात वर्षों में अच्छे दिनों के नाम पर कमरतोड़ महंगाई, बेरोजगारी का उच्चतम स्तर, घटती नौकरियां, बदहाल व्यापार, अन्नदाताओं को बर्बाद करने के लिए तीन काले कृषि कानून और आत्महत्या का दंश देश का मिला है. 2014 से 2020 तक 9,52,875 लोगों को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा है. सरसों का तेल और रसोई में इस्तेमाल होने वाले अन्य खाद्य तेलों की कीमतें पिछले एक वर्ष में दोगुनी हो गईं हैं.
कार्यक्रम के दौरान विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि अकेले कोविड के समय में 14 करोड़ नौकरियां चली गईं। दैनिक वेतनभोगी वर्ग को 50 प्रतिशत तक की कटौती झेलनी पड़ी है. वित्तमंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि कांग्रेस यूपीए के 10 साल के शासन काल में 27 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने का कार्य किया गया लेकिन पिछले दो वर्षों में मोदी राज में उनमें से 23 करोड़ लोगों को पुनः गरीब बना दिया है. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि भारत मे किसान प्रतिदिन औसत मात्र 27 रुपए कमा रहे हैं जो मनरेगा मजदूरों से भी कम है.
कार्यक्रम में प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, सतीश पॉल मुंजनी, डॉ. एम तौसीफ, आभा सिन्हा, ईश्वर आनंद, कार्यालय प्रभारी अमुल्य नीरज खलखो, महानगर अध्यक्ष संजय पांडेय, कांग्रेस के हटिया विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अजयनाथ शाहदेव, केदार पासवान, सुनील सिंह, गजेंद्र सिंह, बिनय सिन्हा दीपू, कमल ठाकुर, दीपक ओझा, राजीव पांडेय और रिंकू तिवारी आदि मौजूद थे.