नई दिल्ली : केंद्र सरकार के किसान बिल को लेकर करीब देश भर के किसानों ने भारत बंद का ऐलान किया है. किसानों के भारत बंद में कांग्रेस, टीआरएस, अकाली दल, शिवसेना, एनसीपी, तृणमूल कांग्रेस, राजद सहित कई विपक्षी पार्टियों ने साथ देने को कहा है. बता दें कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन 11वें दिन भी जारी है. किसानों की सरकार के साथ नौ दिसंबर को अगली बैठक होगी. किसानों ने आठ दिसंबर को ‘भारत बंद’ का ऐलान किया है और चेतावनी दी कि अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है तो वे राष्ट्रीय राजधानी की तरफ जाने वाली और सड़कों को बंद कर देंगे.

कांग्रेस ने आठ दिसंबर को किसानों के द्वारा बुलाए गए भारत बंद का समर्थन करने का ऐलान किया है और कहा है कि पार्टी के तमाम कार्यकर्ता आठ दिसंबर को जगह-जगह प्रदर्शन करेंगे. किसानों के आंदोलन वाली जगह पर तरह तरह के लंगर में एक शर्बत का लंगर है जिसके लिए सूखे मेवे को घोटा जा रहा है. बताया गया कि लड़ाई में ताकत के लिए यह शर्बत पिलाया जाता था और किसानों का कहना है कि ये प्रदर्शन भी एक लड़ाई है जिसके लिए वो इस शर्बत के जरिए ताकत हासिल कर रहे हैं.

गाजियाबाद में यूपी दिल्ली बॉर्डर गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का आज भी किसान जमे बैठे हैं. किसानों ने यहां नेशनल हाईवे दिल्ली की तरफ जाने वाले को पूर्ण रूप से रोका हुआ है. कहीं किसान नाश्ता कर रहे हैं तो कहीं चाय पर चर्चा कर रहे हैं. किसान आंदोलन को लेकर यह बॉर्डर बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यहीं से उत्तराखंड लखनऊ मुरादाबाद बरेली रामपुर हापुड़ के लोग दिल्ली जाते हैं.

इसके अलावा यह मेडिकल वे भी है. दिन भर में काफी एंबुलेंस यहां से गुजरती हैं. किसानों ने दिल्ली जाने वाली नेशनल हाईवे पूर्ण रूप से रोक रखा है. किसान आपस में चर्चा कर रहे हैं-गाने बज रहे हैं और चाय नाश्ता चल रहा है. हालांकि पुलिस प्रशासन की अपील और मानवता के चलते किसानों ने एम्बुलेंस और सेना के वाहनों के लिए थोड़ा सा रास्ता खोल रखा है. इसके अलावा यहा भारी संख्या में फ़ोर्स लगाई गई है जो हर हालत से निबटने के लिए तैयार हैं. साथ ही किसानों के यहां लगातार मंच लगाकर भाषण भी चल रहे हैं.
