रांची : अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के निर्देशानुसार र्केंद्र सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में लाए गए काले कानून के खिलाफ कांग्रेस की ओर से शनिवार को 10 अक्टूबर को देशभर में किसान सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. इस क्रम में राजधानी रांची में भी सोशल डिस्टेसिंग को लेकर किसान सम्मेलन आयोजित करने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है.
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह वित्त तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई बैठक में किसान सम्मेलन को लेकर आवश्यक तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया. किसान सम्मेलन में राज्य के विभिन्न हिस्सों से आ रहे किसान नए काले कानून के प्रावधानों के खिलाफ संघर्ष पर चर्चा करेंगे.
बैठक में प्रदेश कांग्रेस कमिटी के कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, मानस सिन्हा,राजेश ठाकूर,प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डॉ. राजेश गुप्ता छोटू, निरंजन पासवान, अमूल्य नीरज खलखो, नेली नाथन, डॉ. तौसीफ, सन्नी टोप्पो, बेलस तिर्की, सुनील सिंह, राजेश चन्द्र राजू और उज्जवल प्रकाश तिवारी भी उपस्थित थे. बैठक के उपरान्त डॉ. रामेश्वर उरांव ने कार्यक्रम स्थल का मुआयना किया एवं सम्मेलन की सफलता को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिया. प्रदेश कांग्रेस कमिटी के कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा पूरे सम्मेलन की मोनिटरिंग कर रहे हैं.
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने बताया कि किसान सम्मेलन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव के डिप्टी पाड़ा स्थित आवासीय कार्यालय में सम्पन्न होगा. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को देखते हुए कार्यक्रम का स्वरुप थोड़ा छोटा जरुर कर दिया गया है लेकिन किसानों के खिलाफ काले कानून को लेकर आन्दोलन जारी रहेगा. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा संसद में पारित नए कृषि विधेयकों से किसानों की आजादी खतरे में पड़ जाएगी. भंडारण की सीमा को खत्म कर जमाखोरी बढ़ाने और कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग से पूंजीवाद को बढ़ावा देने के केंद्र के फैसले से किसान को भारी नुकसान होगा.
प्रदेश प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि किसानों को हक दिलाने के लिए पार्टी लगातार आंदोलन कर रही है. 10 अक्टूबर को हम सब झांकी के रुप में जोश और जनून के साथ किसान सम्मेलन में शामिल होंगे. इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस प्रोफेशनल्स कमेटी के अध्यक्ष आदित्य विक्रम जायसवाल ने बताया कि सम्मेलन में राज्य के विभिन्न हिस्सों से आने वाले प्रतिनिधि चर्चा के बाद काले कृषि कानून के खिलाफ कई प्रस्ताव को पारित करेंगे. उन्होंने कहा कि देश के किसानों के साथ भाजपा ने धोखेबाजी की है. हमारा दायित्व है किसानों की रक्षा करने की.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता निरंजन पासवान ने कहा कि किसान सम्मेलन को लेकर शहर में बैनर होर्डिंग्स लगाया गया है. किसान सम्मेलन में भाग लेने हेतू सूबे झारखंड के जिलों से किसान प्रतिनिधियों का पहुंचना शुरु हो गया है, कार्यक्रम स्थल पर रजिस्ट्रेशन भी कराए जाएंगे एवं किसानों के दृष्टिकोण से पार्टी नेतृत्व को अवगत कराया जाएगा. कांग्रेस विधायक दल नेता आलमगीर आलम, मंत्री बादल पत्रलेख और बन्ना गुप्ता किसान सम्मेलन में आ रहे किसान प्रतिनिधियों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
गौरी रानी की रिपोर्ट