रांची : झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि केंद्र सरकार अपनी गलतियों के लिए आज से माफी मांगना शुरू करे तो 2024 तक हर दिन माफी मांगनी होगी. वे शनिवार को कृषि कानूनों को वापस लेने के प्रधानमंत्री के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे. इस दौरान कांग्रेस विधायक दल के नेता सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम भी मौजूद थे. कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के बाद पूरे वर्ष भर से चल रहे किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए लगभग 700 दिवंगत किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए राजधानी रांची में कांग्रेस भवन से शहीद अल्बर्ट एक्का चौक तक कैंडल मार्च निकाला गया.
इस अवसर पर कांग्रेस विधायक दल के नेता सह मंत्री आलमगीर आलम, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी के साथ रांची महानगर एवं ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी व सदस्य शामिल थे. कैंडल मार्च के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि देश की तानाशाह हुकूमत को अन्नदाता किसानों एवं कांग्रेस पार्टी द्वारा लगातार किये गए सत्याग्रह के दबाव के आगे घुटने टेकने पर मजबूर होना पड़ा. आजाद भारत के इतिहास में यह पहला उदाहरण है कि बहुमत के नाम पर पूंजीपतियों का साथ देने वाली मोदी सरकार ने ना सिर्फ इन कानूनों को वापस लेने की घोषणा की है बल्कि 56 इंच मजबूत सरकार होने का दंभ भरने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने अपने गलत फैसलों के लिए देश से सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है.
महंगाई, बेरोजगारी सहित अन्य ज्वलंत समस्याओं के खिलाफ कांग्रेस पार्टी द्वारा चलाये जा रहे जन-जागरण अभियान में आम जनता से जो जन समर्थन प्राप्त हो रहा है, वह ऐतिहासिक है एवं इससे मोदी सरकार भयभीत हैं. ठाकुर ने कहा कि लोकतंत्र में बहुमत के नाम पर जनता के खिलाफ निरंकुश व्यवहार करने की इजाजत कांग्रेस नहीं देगी और कांग्रेस पार्टी सकारात्मक एवं मजबूत की विपक्ष की भूमिका निभाएगी. कांग्रेस विधायक दल के नेता सह मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि पिछले पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, सहित अन्य राज्यों में भाजपा को मिली करारी शिकस्त से भाजपा को आसन्न उतर प्रदेश के विधानसभा चुनाव एवं आगामी लोकसभा चुनाव में सफलता मिलने में संदेह दिख रहा है. यही वजह है अन्नदाता किसानों को उनके आंदोलन के दौरान आंदोलनजीवि, खालिस्तानी, एवं आतंकी की संज्ञा देने वाले प्रधानमंत्री मोदी को झुकने को मजबूर होना पड़ा.
कैंडल मार्च में ये थे मौजूद किसान विजय दिवस के उपलक्ष्य पर आज आयोजित कैंडल मार्च में मुख्य रूप से प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, राकेश सिन्हा, डॉ. राकेश किरण महतो, डॉ. एम. तौसीफ, सतीश पॉल मुंजनी, संगठन प्रभारी रविंद्र सिंह, केशव महतो कमलेश, मानस सिन्हा, अमुल्य नीरज खलखो, शमशेर आलम, सुनील सिंह, गजेन्द्र सिंह और कुमार राजा आदि मौजूद थे.