रांची : कोरोना वायरस की चुनौती के बीच जारी लॉकडाउन से हर किसी के काम पर फर्क पड़ा है. इस संकट के बीच पिछले 23 दिनों से हर रोज पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं, जो आम आदमी की जेब का भार बढ़ा रहे हैं. जून के महीने में लगातार दाम बढ़ते जा रहे हैं, जो अब एक राजनीतिक मसला भी बन गया है. कांग्रेस पार्टी सोमवार को इसी मुद्दे पर देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन करेगी. इस दौरान कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता मास्क पहनकर हर जिले के कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
पेट्रोल और डीजल के लगातार बढ़ते दामों को लेकर झारखंड में महागठबंधन की सरकार में सहयोगी दल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शह वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में राजभवन के समक्ष धरना प्रदर्शन किया गया. वित्त मंत्री ने बताया कि 2014 में यूपीए की सरकार हुआ करती थी तो एनडीए वाले भाजपा वाले रात दिन ढिंढोरा पीटा करते थे. पेट्रोल और डीजल के महंगे दाम को लेकर और अब जब इनके सरकार में महंगाई चरम सीमा पर है. अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है. लोगों को दिक्कतों का सामना उठाना पड़ रहा है.
प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि उस वक्त पेट्रोल और डीजल महंगे दामों पर मिल रहा था. फिर भी हमने राम को नियंत्रण में करके रखा था लेकिन उस वक्त 110 प्रति डॉलर प्रति वैलर था. इस वक्त 45 प्रति डॉलर प्रति वेलर दाम है और दाम घटना चाहिए. अंतरराष्ट्रीय बाजार में जबकि घट रहा है तो यहां कम होना चाहिए था. लेकिन उल्टा दाम रोज बढ़ रहे हैं. पेट्रोल-डीजल के दाम 80 रुपए से पार हो चुके हैं. कभी भी डीजल का दाम पेट्रोल के लगभग और उससे ज्यादा नहीं हुआ था. आज डीजल के दाम पेट्रोल के बराबर. कहीं-कहीं पेट्रोल से भी महंगे डीजल हो गए हैं. डीसी को आज ज्ञापन सौंपेंगे ताकि वह इसे राष्ट्रपति तक पहुंचाने का काम करेंगे.
गौरी रानी की रिपोर्ट