पटना सिटी : राजधानी के पटना सिटी से एक अजीबोगरीब खबर सामने आई है. प्यार तूने ये क्या किया. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जब आप भी पूरी घटना सुनेगे तो बोलने को मजबूर हो जाएंगे. दरअसल, मामला प्रेम-प्रसंग का है. लड़का किसी लड़की से प्यार करता था. अचानक से लड़की ने उससे बात करना बंद कर दिया. जिसके बाद से वो परेशान रह रहा था और उस परेशानी में अपनी जान दे दी. मामला पटना सिटी स्थित गुरुद्वारे के गेस्ट हाउस की है जहां बीते रविवार को एक युवक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. वजह सिर्फ इतनी थी कि उसका प्यार अधूरा रह गया था. जिसकी वजह से युवक ने अपनी जान दे दी और जाते-जाते उसने अपनी प्रेमिका से इतना जरूर कहा कि अपना ख्याल रखना और बाबू दवाई लेती रहना. बताया जा रहा है कि सुसाइड का यह खौफनाक कदम उसने लाइव वीडियो में उठाया.
मामला जब पुलिस तक पहुंचा तो पुलिस मौके पर पहुंची तो कमरा नंबर-107 को खोला गया. पंखे में बने फांसी के फंदे से उसकी लाश लटक रही थी. कमरे का AC ऑन था. मोबाइल ऑन था और बेड पर तकिया के सहारे रखा हुआ था. उसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है. युवक की पहचान उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कादरगढ़ के रहने वाले सरदार परमजीत सिंह के रूप में की गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. शव को पोस्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया.
आपको बता दें कि परमजीत सिंह पर्यटक के रूप में गेस्ट हाउस में कई दिनों से ठहरा हुआ था. वह दिल्ली गुरुद्वारा में ग्रन्थि था. वहीं प्रवचन देता था. रविवार की सुबह ही परमजीत पटना आया था. सबसे पहले वो पटना साहिब पहुंचा. वहां गुरुद्वारा में गया. अरदास की और फिर वो सुबह 11 बजे NRI डेरा गया. उसने एक कमरा लिया. मैनेजमेंट ने उसे कमरा नंबर 107 अलॉट किया. इसके कमरे के अंदर से ही वो लाइव वीडियो पर आया. फिर उसने अपनी बातें कहनी शुरू की.
उसने कहा कि मैं दुनिया में किसी चीज को नहीं हारा, लेकिन एक ही चीज है वह है मेरा प्यार जो मुझे हरा देता है. सबकुछ बढ़िया चल रहा था. मम्मी को, घर में सबको पता था. रिश्ते के लिए भी सब तैयार थे. गलती बस इतनी थी कि बीच में कुछ दिनों के लिए थोड़ी सी दूरी हो गई थी. मैंने नवंबर में कॉल किया तो कहा कि अब मैं कोई बात नहीं कर पाउंगी क्योंकि मम्मी ने फोन देख लिया है. मम्मी ने मना किया है. मैंने सोचा कि चलो कुछ नहीं, कुछ दिनों के बाद माहौल ठीक होगा, लेकिन उसके बाद उसका कोई कॉल नहीं आया. मैं दिन रात उसे फोन करता रहा. मैं उससे मिलने के लिए बहुत कुछ करता रहा. लेकिन वो इग्नोर करती रही दो-दो दिन आसनसोल रहा कि चोरी-छिपे आएगी, स्कूल-कॉलेज आएगी और मिलेगी लेकिन नहीं आई. पता लगा कि वो दुर्गापुर है तो वहां गया.
प्रेमी ने कहा कि बस एक बार मैं उसका चेहरा देखना चाहता था. आज पता चला कि वो पटना साहिब गुरुद्वारा आई है. मैं पटना साहिब आया लेकिन उसने मुड़कर भी नहीं देखा. कोई बात नहीं की और कह दिया कि कोई रिश्ता नहीं रखना. मैं एक तुम्हें (प्रेमिका को) कहना चाहूंगा कि अपना ख्याल रखना. खुश रहना. घर बसा लेना. बहुत कुछ होगा तुम्हारे पास. पैसा, पढ़ाई-लिखाई बहुत ऊंची कर रही हो. अपनी लाइफ में खुश होकर जीना. मैं आखिरी में बस यही कहना चाहूंगा कि प्यार के चक्कर में नहीं पड़ो यार. अपनी जिंदगी संवार लो. मैं उससे बहुत प्यार करता हूं. आज भी प्यार करता हूं. आज भी और मरने के बाद भी प्यार करता रहूंगा. मेरी सिमरन को कोई कुछ नहीं कहेगा. बाबू अपना ख्याल रखना. दवाई लेती रहना.
संजय कुमार और स्वप्निल सोनल की रिपोर्ट