द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हर सोमवार की तरह आज भी जनता दरबार में आम लोगों की समस्याओं को सुना. लोग एक से बढ़कर एक समस्या लेकर आ रहे हैं जिसे सुनकर सीएम नीतीश के भी होश उड़ जा रहे हैं. अपनी शिकायत लेकर आए एक युवक ने तो यहां तक दिया कि अधिकारी कहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक कमीशन जाता है. वहीं, मधुबनी से आए एक युवक ने तो बिहार में दूसरे चारा घोटाला की बात कह दी.
दरअसल, नीतीश के जनता दरबार में आए युवक ने एक कहा कि आरटीपीएस काउंटर में कार्यरत हरे राम सिंह के द्वारा बिना पैसा का किसी का काम नहीं किया जाता है. इसको लेकर शिकायत भी की गई. जांच की गई तो एमओ की ओर से भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई. उसने जब कहा कि मुख्यमंत्री जनता दरबार में आवेदन किया है तो इसपर उससे यह कहा गया कि मुख्यमंत्री तक भी जाइएगा तो कुछ नहीं होगा. वहां तक भी कमिशन जाता है. यह सुनकर नीतीश कुमार भी सन्न रह गए. युवक की समस्या सुनने के बाद नीतीश कुमार ने मामले को खाद्य उपभोक्ता के पास भेज दिया.
बिहार में हुआ दूसरा चारा घोटाला!
वहीं, एक दूसरे केस में बिहार के मधुबनी से आए युवक ने चारा घोटाले की बात कह दी. युवक ने कहा कि मधुबनी नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी आशुतोष आनंद चौधरी के द्वारा बहुत सारी अनियमितता की गई है. इसको लेकर उसने कई दस्तावेज का संकलन किया है. उसने बताया कि बिहार में दूसरा चारा घोटाला हुआ है. ट्रैक्टर की जगह मोटरसाइकिल का नंबर करके घोटाला किया गया है. युवक की इस शिकायत को सुनकर नीतीश कुमार ने नगर विकास के पास कार्रवाई के लिए भेज दिया.
वहीं जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमत्री ने कहा कि राज्य के विकास के लिए समाज सुधार अभियान का जारी रहना जरूरी है. सूबे के सभी जिलों के लोगों से बात करेंगे और विकास कार्यों की जानकारी लेंगे. सीएम नीतीश ने शराबबंदी को लेकर कहा कि शराबबंदी पर बोलने वालों ने भी शपथ ली है. गड़बड़ी करने वालों पर प्रशासन की नजर है. पटना ठीक होने पर ही सभी जगह ठीक होंगे.
सीएम नीतीश से मीडिया ने पूछा कि बिहार में पीएम आवास योजना का क्या हाल है तो इसपर अधिकारियों को आगे कर दिया. समाज सुधार यात्रा पर सीएम नीतीश ने कहा कि यात्रा में महिलाओं से हम बातचीत करेंगे. अभियान को सफल बनाने की अपील करेंगे.
देश भर में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ऑमिक्रॉन को लेकर अलर्ट जारी है. बिहार में भी खतरे को देखते हुए पांच जनवरी तक विशेष तौर पर सतर्कता बरतने का आदेश जारी किया गया है. विदेश से आ रहे लोगों पर निगरानी रखी जा रही है. वहीं, राज्य में कोरोना टेस्ट की संख्या को बढ़ाने की दिशा में लगातार काम किया जा रहा है, ताकि अगर कोई संक्रमित हो तो उसकी जल्द पहचान हो सके. इधर, कोरोना की संभावित तीसरी लहर और ऑमिक्रॉन से बचाव को लेकर तैयारियां की जा रही हैं, ताकि किसी भी परिस्थिति से निपटा जा सके.
इसी क्रम में सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से मुखातिब हुए सीएम नीतीश ने ऑमिक्रॉन को लेकर किए गए एक सवाल के जवाब में कहा कि हमारे राज्य में अभी तक कोई ऑमिक्रॉन के एक भी केस नहीं मिले हैं. राज्य में सतर्कता बरती जा रही है. हम तैयार हैं, पूरी व्यवस्था कर ली गई है. हालांकि, कोई मामले नहीं हैं, लेकिन आप नहीं जानते कि कब क्या होगा. राज्य में प्रतिदिन सबसे अधिक कोरोना टेस्ट हो रहे हैं. रोजाना पांच लाख से अधिक परीक्षण किए जा रहे हैं.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट