PATNA: बिहार के राजनीतिक गलियारे में इन दिनों नीतीश कुमार की विपक्षी एकता बैठक पर हलचल तेज है। एक तरफ जहां विपक्ष में बैठी बीजेपी 23 जून को पटना में होने वाली बैठक को लेकर लगातार हमले किए जा रही है। वहीं अब विपक्षी एकता की बैठक को लेकर पोस्टर वार भी शुरु हो चुका है। विपक्षी एकता की बैठक से पहल सीएम अरविंद केजरीवाल और तेजस्वी यादव का पोस्टर चर्चा में है। वहीं अब एक और पोस्टर चर्चा का विषय बन गया है।
यह पोस्टर पटना में बीजेपी प्रदेश कार्यालय के सामने लगा है। यह आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता विकास कुमार ज्योति ने लगवाया है। इस पोस्टर में तीन बड़ी सी तस्वीर हैं, एक तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तस्वीर है तो दूसरी तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की हाथ में हाथ पकड़े हुए तस्वीरें है।
इन तस्वीर के ठीक नीचे लिखा है न आशा है, न विश्वास है। सभलकर रहना देश के लोगों, ये नीतीश कुमार है। पीएम मोदी का खासम खास है। पोस्टर में अरविंद केजरीवाल को 2024 में भावी प्रधानमंत्री उम्मीदवार दिखाया गया है। अरविंद केजरीवाल की तस्वीर के ठीक नीचे लिखा गया है। भावी प्रधानमंत्री 2024 अरविंद केजरीवाल।
23 तारीख को यानि कल विपक्षी एकता की बैठक पटना में आयोजित की गई है। इस बैठक के पहले बिहार की राजधानी पटना में पोस्टर वार शुरू हो गया है। एक तरफ जहां कांग्रेस जेडीयू राष्ट्रीय जनता दल ने पोस्टर से पूरे शहर को बांट दिया है तो वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी की तरफ से कुछ जगहों पर पोस्टर लगाया गया है, जिसमें महागठबंधन के महा जुटान को भ्रष्टाचारियों का महा जुटान बताया गया है।
वहीं बीजेपी प्रदेश कार्यालय के ठीक गेट के पास 2 पोस्टर लगाए गए हैं और महागठबंधन सरकार पर कटाक्ष किया गया है। पोस्टर में पहले और अब की बातों को दर्शाया गया है, लालू यादव और सीएम नीतीश का कार्टून बनाया गया है और उसके ऊपर लिखा गया है मिट्टी में मिल जाएंगे, लेकिन इनके साथ नहीं जाएंगे। ठीक उसके दूसरी तरफ लालू यादव और नीतीश कुमार का एक और कार्टून बनाया गया और उसके ऊपर लिखा गया है आजा मेरी गोदी में बैठ जा। पोस्टर में पहले और अब के हालात दिखाकर कटाक्ष किया गया, हालांकि पोस्टर किसने लगवाया है ये स्पष्ट नहीं है।