पटना : बिहार में बढ़ते कोरोना मामलों के बीच सीएम नीतीश कुमार एक अणे मार्ग पर अधिकारियों और जिले के डीएम और एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की. सीएम नीतीश के साथ स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे सहित स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी इस बैठक में मौजूद थे. सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में राज्य में कोरोना की तैयारियों को लेकर सभी जिलाधिकारियों एवं आरक्षी अधीक्षकों के साथ वर्चुअल माध्यम से हुई बैठक में शामिल हुए. सीएम ने सभी अधिकारियों से कहा कि अपने-अपने जिलों में सरकार के गाइडलाइन का जरूरू से पालन करवाएं. सभी आवश्यक जरूरी चीजें का सख्ती से पालन करने का निर्देश दें. इस दौरान उन्होंने कहा कि सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए अधिकतम संख्या निर्धारित की गई है. हमें लोगों को टीकाकरण और जांच के लिए प्रेरित करना है.
बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है, वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने मंगलवार को कहा कि राज्य में लॉकडाउन की स्थिति नहीं है. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों की तुलना में हम बेहतर स्थिति में हैं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की बजाय परिस्थिति ठीक हो इस पर सरकार कार्य कर रही है. पटना में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पिछले एक-डेढ़ महीने से देश के कई राज्यों में कोरोना के मरीज बढ़ रहे थे, इसे देखते हुए हमने राज्य में तैयारी प्रारंभ कर ली थी. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार सतर्क है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी जिलों के डीएम और एसपी से बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि कोरोना को लेकर प्रचार-प्रसार करने की बात है. मास्क पहनिए, एक-दूसरे से दूरी बनाए रखिए. सार्वजनिक जगहों पर भीड़ इकट्ठा मत करिए. बिना मास्क पहने एक-दूसरे के अगल-बगल खड़ा होना भी ठीक बात नहीं है. कार्यक्रम करना तो जरूरी है चाहे वह श्राद्ध हो या शादी हो लेकिन इसके लिए भी संख्या निर्धारित है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्देश दिया कि सभी फ्रंटलाइन वर्कर और हेल्थ केयर वर्कर जो काम में लगे हैं, उन सभी की कोरोना जांच करवाएं और उनके संपर्क में आने वाले परिजनों की भी जांच करवाएं. देश के अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से फैल रहे हैं. उन राज्यों से बिहार के लोगों के वापस आने की संभावना है. इसे ध्यान में रखते हुए प्रखंड स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था तैयार रखें. उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले को ध्यान में रखते हुए पूरे राज्य में अधिक से अधिक टेस्टिंग करें.
उन्होंने जनता से आग्रह किया कि मास्क पहनिए, दूरी बनाए रखिए और हाथ को बार-बार साफ करते रहिए. कोरोना का टीकाकरण अवश्य करवाइए और टेस्टिंग भी करवाइए. उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना का टीकाकरण जब पूरे तौर पर बिहार में पूरा हो जाएगा तो लोगों में कोरोना से लड़ने की क्षमता विकसित हो जाएगी. जिससे जो दूसरी बार जो कोरोना का वेव आया है उसे लड़ने में लोगों को सहायता मिलेगी.
सार्वजनिक आयोजनों में सीमित संख्या में ही लोग शामिल हों – नीतीश
नीतीश ने कहा कि सार्वजनिक आयोजनों में सीमित संख्या में ही लोग शामिल हों. धार्मिक स्थलों, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लोग विशेष सतर्कता बरतें और कोरोना गाइड लाइन का सख्ती से पालन करें. संक्रमण के कारणों का विश्लेषण करने के साथ ही पिछली बार के अनुभवों के आधार पर रणनीति बनाकर काम करें. उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक कोविड-19 टीकाकरण होने से कोरोना संक्रमण का असर कम से कम होगा.
सीएम ने कहा कि राज्य की आबादी अधिक है, आने वाली चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट रहे. एइएस और जापानी इन्सेफ्लाइटिस बीमारी से बचाव को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारी रखे. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना के प्रति सभी सजग रहें, कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें, सभी लोग मास्क का प्रयोग करें, आपस में दूरी बनाकर रखें और हमेशा हाथ धोते रहें.
उन्होंने यह भी कहा कि हो सकता है इसलिए बार की तुलना में इस बार संख्या में बढ़ोत्तरी हुई हो लेकिन टीकाकरण जो पूरा हो जाएगा. बिहार में सारे लोग कोरोना का टीका ले लेंगे तो लोग रोग के प्रति रेजिस्टेंट हो जाएंगे. कोरोना का दूसरा वे उन पर अटैक नहीं कर पाएगा.
पांडेय ने कहा कि कोरोना मरीजों की जांच और स्वास्थ्य देखभाल की सुविधा बढ़ा दी गई है. पिछले दिनों जांच की संख्या एक दिन में 20 हजार हो गई थी, जिसे बढ़ाकर 75 हजार कर दिया गया है. कोरोना जांच रोज हो रही हैं, लेकिन एक लाख रोजाना जांच हो इस लक्ष्य पर सरकार काम कर रही है.
बिहार में अभी कोरोना मरीजों की संख्या नियंत्रित है – मंगल पांडेय
मंगल पांडेय ने कहा कि अस्पतालों में बेडों की संख्या बढ़ा दी गई है. बिहार में कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या के बाद लॉकडाउन के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि अन्य राज्यों की तुलना में यहां मरीजों की संख्या कम है. अभी बिहार में हालात वैसे नहीं हुए हैं. बिहार में अभी कोरोना मरीजों की संख्या नियंत्रित है, इसलिए लॉकडाउन पर बिहार सरकार अभी विचार नहीं कर रही है. लॉकडाउन की बजाय परिस्थिति ठीक हो इस पर सरकार कार्य कर रही है.

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हो रही है. इस बैठक में राज्य के सभी जिलाधिकारी, पुलिस अधिकारी और सिविल सर्जन हिस्सा ले रहे हैं. केंद्र सरकार भी लगातार राज्य सरकार के साथ संपर्क में है. उल्लेखनीय है कि बिहार में सोमवार को इस साल एक दिन में सबसे अधिक 935 कोरोना के नए मरीज मिले थे. राज्य में फिलहाल कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 4,143 है.