द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पांच सालों बाद फिर एक बार जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम की शुरुआत की है. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री गंभीरता पूर्वक जनता की फरियाद सुनते हैं और उसका हर संभव समाधान करने की कोशिश करते हैं. इसी क्रम में सोमवार को आयोजित जनता दरबार कार्यक्रम में उन्होंने जनता की फरियाद सुनी. जनता दरबार के बाद नीतीश कुमार मीडिया से रुबरु हुए.
सीएम नीतीश से पत्रकारों ने जदयू पोस्टर विवाद को लेकर सवाल पूछ दिए. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों को पोस्टर छपवाने का शौक होता है. उसे पता भी नहीं होगा कि जदयू में गुट नहीं है बल्कि एकजुट है. उन्होंने कहा कि हमने राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ने का मन बनाया. इसके बाद आरसीपी सिंह को अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई. जब वे केंद्रीय मंत्री बन गए तो उन्होंने ही प्रस्ताव दिया कि ललन सिंह को अध्यक्ष बनाया जाए. उनके प्रस्ताव को राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने स्वीकार कर लिया. ऐसे में अध्यक्ष पद को लेकर कहां कोई विवाद है?
सीएम नीतीश ने कहा कि हमारी पार्टी में सबका सम्मान है. कुछ लोगों को छपवाने का शौक होता है तो कहीं छपवा दिया. लेकिन उसे ठीक से पता भी नहीं होगा. हमारे दल में कहीं कोई विवाद नहीं है. आरसीपी सिंह ने हीं कहा कि अब ललन सिंह को अध्यक्ष बना दिया जाए. ललन सिंह समता पार्टी से पहले ही जुड़े हुए हैं. ऐसे में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर कोई विवाद नहीं है.
जनता दरबार के बाद सीएम नीतीश कुमार मीडिया से बातचीत करते हुए बिहार पृथ्वी दिवस पर कहा कि ग्रीन कवर नौ फीसदी से बढ़ाकर 17 फीसदी करने का लक्ष्य रखा गया है. बिहार में छह करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करेंगे. अयांश के लिए लोग आए हैं, ऐसी स्कीम नहीं है. उन्होंने जातीय जनगणना पर भी बातचीत की. सीएम नीतीश ने कहा कि जातीय जनगणना देश के हित में है.
आपको बता दें कि रविवार को जदयू प्रदेश कार्यालय में आरसीपी सिंह के स्वागत को लेकर पोस्टर लगाया गया है. पोस्टर में राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा की तस्वीर को ही गायब कर दिया गया है. इसके बाद जदयू में बगावत हो गया. आरसीपी सिंह गुट ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ खड़ा हो गया है. पूर्व विधायक अभय कुशवाहा की तरफ से लगाए गए पोस्टर के बाद जदयू के भीतर भी खलबली मच गई. इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा सामने आए. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने ऐसा किया है उन पर कार्रवाई होगी. इसके बाद नेतृत्व ने प्रदेश कार्यालय के गेट पर लगे पोस्टर को हटवा दिया.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट