पटना : गोपालगंज में डबल मर्डर के बाद सीएम नीतीश कुमार ने आज शनिवार को बिहार सरकार के मुख्य सचिव और आला अधिकारियों को तलब किया है. राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर मुख्यमंत्री आवास में शीर्ष अधिकारियों की बैठक चल रही है. माना जा रहा है कि बिहार के कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज चल रहे हैं. अफसरों को बैठक में कड़ी फटकार लगाई गई है. बता दें कि आज ही सुबह-सुबह गोपालगंज में भरे बाजार में जदयू विधायक पप्पू पांडेय के दो करीबीयों को अपराधियों ने गोली मारकर हत्या की दी है.

बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक संजीव कुमार सिंघल, अपर पुलिस महानिदेशक (पुलिस मुख्यालय) जितेंद्र कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अमित कुमार और एडीजी सीआइडी विनय कुमार के अलावा शासन के और पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारी मुख्यमंत्री की बैठक में मौजूद हैं.

राज्य के रोडमैप पर की चर्चा
इसके पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को जदयू कोर कमेटी की बैठक अपने आवास पर की. बैठक में सरकार के रोडमैप पर विमर्श हुआ. यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण थी कि शनिवार को ही शाम साढ़े चार बजे मुख्यमंत्री आवास में एनडीए कोर कमेटी की बैठक है. एनडीए घटक दल के नेताओं की उपस्थिति यह तय होगा कि आने वाले समय के लिए सरकार के क्या-क्या कार्यक्रम होंगे.
मुख्यमंत्री के अतिरिक्त की जदयू की ओर से मंत्री विजय कुमार चौधरी व बिजेंद्र यादव इस बैठक में शामिल होंगे. जदयू कोर कमेटी की बैठक में मंत्री अशोक चौधरी, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह, राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह व संजय झा भी मौजूद थे. भाजपा की ओर से एनडीए की कोर कमेटी की बैठक में सुशील कुमार मोदी, उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, हम के अध्यक्ष जीतन राम मांझी व वीआईपी के मुकेश सहनी भी बैठक में मौजूद रहेंगे.

सात निश्चय पर विमर्श
मुख्यमंत्री की कोर कमेटी में मुख्य रूप से सात निश्चय से जुड़ी योजनाओं के आगे के स्वरूप पर विमर्श हुआ. यह चर्चा भी ही कि भाजपा के संकल्प पत्र में भी सात निश्चय-2 से जुड़ी योजनाओं का जिक्र है. इनके लिए नए कार्यक्रम किस तरह से तय होंगे इस पर एनडीए नेताओं की बैठक में सहमति बनेगी.