द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार के मुखिया नीतीश कुमार विधानसभा चुनाव के लिए लगातार रैली कर रहे हैं. आज यानी शनिवार को दो जिलों के चार विधानसभा क्षेत्र पर प्रचार के लिए निकले हैं. औरंगाबाद में सभा करने के बाद सीएम नीतीश कुमार सासाराम के नोखा पहुंचे. यहां उन्होंने प्रत्याशी नागेंद्र चंद्रवंशी के लिए वोट मांगा. सीएम के साथ जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक कुमार चौधरी सहित कई एनडीए के कई नेता मौजूद रहे.
सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले 15 साल तक जो पति-पत्नी की सरकार थी. उसमें कोई काम नहीं हुआ था. तभी आपने मुझे काम करने का मौका दिया. उन्होंने कहा कि पहले कितने सामूहिक नरसंहार हो रहे थे. अपराध की कितनी घटनाएं घट रही थी. विकास का कोई मतलब नहीं था. उन्होंने कहा कि कुछ लोग कह रहे थे कि बिहार मे प्रवासी आ गए हैं. मैं बताना चाहता हूं कि जो एक राज्य से दूसरे राज्य में काम करते हैं, उन्हें प्रवासी नहीं कहते हैं. जो दूसरे देश में काम कर रहा हो उसे प्रवासी का दर्जा दिया गया है.

सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार के लोगों को बाहर काम करने की इच्छा और जरूरत होती है, वे बाहर जाकर काम करते हैं. लेकिन हम लोगों ने जो बिहार के विकास का काम कर रहे हैं, इसकी उनलोगों को जानकारी नहीं है. सीएम ने कहा कि मुझे पंजाब के गवर्नर ने कहा कि अब पंजाब में बिहार से लोग बहुत कम लोग आ रहे हैं. ये आपने क्या कर दिया? उन्होंने आगे कहा कि मैंने भूटान का भी दौरा किया. वहां के लोगों ने मुझसे कहा कि पहले हमारे यहां बिहार के लोग थे, तो काम हो जाता था. लेकिन अब कोई बिहार से नहीं आ रहा है. जिससे बहुत काम रुका है.

सीएम ने कहा कि मुझे प्रचार-प्रसार में दिलचस्पी नहीं है. जब हम लोगों के पास जाते हैं तो उसी वक्त बात कर लिया करते हैं. उनहोंने कहा कि बिहार का पीछे जाने का कारण ये भी था कि पहले महिलाओं को कोई पूछता तक नहीं था. राज्य में महिलाओं को कोई काम नहीं दिया जाता था. कोई बता दे कि पहले कितनी महिला जनप्रतिनिधि थी. उन्होंने कहा कि हमने आते के साथ पंचायत राज में महिलाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया. अब देख लीजिए महिला जनप्रतिनिधि के रूप में उभर रही हैं. सीएम ने कहा कि हमारा बस एक ही काम है, हम बिना बोले काम करते रहना. जिसे जो बोलना है बोलते रहे.
