द एचडी न्यूज डेस्क : प्रधानमंत्री के साथ रविवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ दो दौर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बात की. इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की है. नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में बड़ी संख्या में प्रवासी लौट रहे है ऐसी स्थिति में लॉकडाउन जरूरी है ताकि उनके स्वास्थ्य की व्यवस्था की जा सके.
उन्होंने कहा कि बिहार के संबंध में हम आप सभी को जानकारी देना चाहते हैं कि देश के अन्य हिस्सों से एवं विदेशों से आने वाले लोगों के कारण बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या 700 से ज्यादा हो गई है. अभी भी लोग बाहर से आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि चार मई से 10 मई के बीच एक लाख से ज्यादा लोग आए हैं. उनमें 1,900 लोगों की रैडम टेस्टिंग कराई गई है, जिसमें 148 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के बाहर दूसरे राज्यों में फंसे श्रमिकों, छात्रों जरूरतमंदों को ट्रेनों से लाने की अनुमति देने के लिए मैं केंद्र सरकार को धन्यवाद देता हूं. दूर से आने के लिए यही सबसे सहज माध्यम था, इससे लोगों को आने में सहूलियत हुई है. उन्होंने कहा कि 10 मई से 96 ट्रेनें आई हैं, जिसके माध्यम से एक लाख 14 हजार लोग राज्य में आए हैं. अगले सात दिनों में 179 ट्रेनें और आने वाली है, जिससे ढाई लाख लोगों के आने की संभावना है. जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार और प्रवासी मजदूर बिहार आना चाहते हैं. उन सभी के लिए भी और ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाए. साथ ही नजदीक के लोगों को बसों से भी लाने की व्यवस्था की जाए.
उन्होंने कहा कि जो प्रवासी मजदूर बिहार आना चाह रहे हैं, उन्हें 7-8 दिनों के अंदर पहुंचाने की व्यवस्था हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों की संख्या बढ़ेगी. इसे ध्यान में रखते हुए बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या और बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि इसके लिए पहले से जितनी टेस्टिंग कराई जा रही थी, उसकी क्षमता और बढ़ा रहे हैं. अभी एक दिन में 1,800 सैंपलिंग की जा रही है, जिसे बढ़ाकर 10 हजार करना चाह रहे हैं. इसके लिए आरटीपीसीआर मशीन, ऑटोमेटिक आरएनए एसट्रैक्सन्स तथा आरटीपीसीआर मशीन में प्रयोग किए जाने वाले किट्स के उपलब्ध कराने की जो मांग की गई है, उसकी जल्द से जल्द आपूर्ति कराई जाए. राज्य के लिए कम से कम 100 वेंटीलेटर की भी मांग की गई है, इसकी भी जल्द से जल्द आपूर्ति की जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा लॉकडाउन के संबंध में जो भी निर्णय लिया जाएगा. उससे हमलोग सहमत है लेकिन हमलोगों का सुझाव है कि लोकडाउन को इस माह का अंत तक रखा जाए ताकि बिहार में जितने लोग आ रहे हैं, उन्हें संभालने में सहूलियत हो. बाहर से आने वाले लोगों में संदिग्ध संक्रमितों की पहचान हो सके और दूसरे लोगों को संक्रमण से बचाया जा सके. उन्होंने कहा कि पहले से ही लॉकडाउन के दौरान कुछ कार्यों के लिए छूट दी गई है और रोजगार सृजन के कार्य भी किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्य सचिव एवं अन्य वरीय अधिकारी केन्द्रीय कैबिनेट सचिव के निरंतर सम्पर्क में है और राज्य की परिस्थिति से नियमित रूप से अवगत करा रहे हैं.