पटना : बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने आज एक अणे मार्ग स्थित नेक संवाद में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव, शिक्षा संजय कुमार, सीएम के प्रधान सचिव दीपक कुमार, सीएम के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सीएम के सचिव अनुपम कुमार, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशख मनोज कुमार, सीएम के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे. वहीं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रमंडीलय आयुक्त, सभी जोन के पुलिस महानिदेशक/पुलिस उपमहानिरीक्षक, सभी जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक व चिकित्सकगण जुड़े हुए थे.
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कोविड-19 से संबंधित प्रस्तुतीकरण के दौरान राज्य में कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 19 मार्च तक कुल 23,058,747 जांच किए गए हैं. बिहार में प्रति 10 लाख की आबादी पर 1,80,570 जांच किए जा रहे हैं. कुल पॉजिटिव केस 2,63,355 है जबकि कुल एक्टिव केसों की संख्या 436 है. राष्ट्रीय स्तर पर औसत रिकवरी रेट 96.26 फीसदी है जबकि राज्य का औसत मृत्यु दर 0.59 प्रतिशत है. राष्ट्रीय स्तर पर डेली टेस्ट पॉजिटिविटी रेट का औसत 3.2 फीसदी है जबकि राज्य का 0.1 फीसदी है.
उन्होंने बताया कि माइक्रो कंटेनमेंट जोन में शत-प्रतिशत जांच करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही सभी जिलों के कंट्रोल रूम एक्टिव मोड में हैं और स्थितियों पर नजर रखी जा रही है. उन्होंने कोविड-19 टीकाकरण की उद्यतन स्थिति की भी जानकारी दी. प्रधान सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या को देखते हुए सारी तैयारियां की गई है. बाहर से आने वाले लोगों की रैंडम जांच की जा रही है. पंचायतों में माइकिंग के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. बैठक के दौरान पटना, गया, मुंगेर, भागलपुर, मधुबनी, सहरसा, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, रोहतास और सारण के जिलाधिकारियों ने अपने जिले में टेस्टिंग सेंटर, एक्टिव केस, माइक्रो कंटेनमेंट जोन, हेल्थ इंस्टीट्यूशन, वैक्सीनेशन स्टेट्स आदि के संबंध में अद्यतन स्थिति की जानकारी दी.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश के कुछ राज्यों में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. बिहार के लोग पूरे देश में रहते हैं. होली के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से लोग बिहार वापस आएंगे. उन्होंने कहा कि ट्रेन, बस और हवाई मार्ग से बाहर से आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखनी जरूरी है. इसको लेकर रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों की जांच करना सुनिश्चित करें. बाहर से आने वाले लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी रखें. उनके संपर्क में आने वाले लोगों को भी सचेत करें. कभी-कभी एक ही परिवार के लोग बाहर जाते हैं. उनके संपर्क में आने वाले कई लोग संक्रमित हो जाते हैं. उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि कम से कम 70 फीसदी जांच आरटीपीएसआर होनी चाहिए. आरटीपीएसआर जांच की रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर मिल जानी चाहिए, इसमें देरी नहीं होनी चाहिए. किसी पर्व, उत्सव या आयोजनों में सीमित संख्या में लोग शामिल हो और कोरोना वायरस के सख्ती से पालन करें.
मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना टीकाकरण की रफ्तार को और बढ़ायें. सभी हेल्थ वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और पुलिसकर्मियों का टीकाकरण तेजी से कराएं. कोई भी वंचित न रहे. सभी पेंशन धारियों का भी टीकाकरण अवश्य करवाएं अस्पतालों में इलाज करने वाले डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी कोरोना वायरस का पालन करें. सभी पदाधिकारी परिस्थितियों का रिव्यू कर सिर्फ डायरेक्शन ही नहीं बल्कि उसे क्रियान्वित भी कराएं. उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना की ऐसी स्थिति नहीं है स्कूलों को बंद किया जाए, स्कूल खुले रहेंगे और बच्चों की पढ़ाई जारी रहेगी. स्कूल में सभी जरूरी सुविधाएं का ख्याल रखा जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति सचेत रहने की जरूरत है. सभी लोग कोरोना वायरस का पालन करें एवं मास्क का प्रयोग अवश्य करें.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट