दरभंगा : सीएम नीतीश कुमार ने आज दरभंगा के कुशेश्वरस्थान का दौरा किया. साथ ही करोड़ों की योजनाओं की सौगात दी. सीएम नीतीश के साथ मंत्री संजय कुमार झा, मंत्री विजय कुमार चौधरी, मंत्री मदन सहनी, प्रिंस राज, मंत्री नितिन नवीन, महेश्वर हजारी, अमन भूषण हजारी और महबूब अली कैसर के साथ कई गणमान्य मौजूद रहे.
वहीं नीतीश कुमार ने कुशेश्वरस्थान स्थित नंदकिशोर उच्च विद्यालय हिरणी में परिस्थितियों के अनुरूप जलीय पौधों का मॉडल एवं जलवायु परिवर्तन अनुकूल खेती मॉडल का निरीक्षण किया. कुशेश्वरस्थान में पूर्वी प्रखंड के लिए प्रस्तावित भूमि का निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कुशेश्वरस्थान में ही नरैला चौर हेतु नाला उड़ाहीकरण का निरीक्षण किया.
दरभंगा AIIMS को लेकर CM नीतीश ने कही बड़ी बात
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को प्रदेश के दरभंगा पहुंचे, जहां उन्होंने फुहिया स्थित बायां तटबंध के चार किलोमीटर में निर्माण कार्य के कार्यारंभ का हवाई सर्वेक्षण किया. सर्वेक्षण के बाद उन्होंने कुशेश्वरस्थान प्रखंड के पास नंदकिशोर उच्च विद्यालय, सतीघाट में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कुशेश्वरस्थान के चौर के पूरे इलाके का मैंने हवाई सर्वेक्षण किया. यहां के चौर में अत्यधिक वर्षापात से पानी का जल जमाव के समस्या को लेकर जल संसाधन मंत्री ने अधिकारियों के साथ जो समाधान का सुझाव दिया है, उसमें पहला काम आज हमने शुरू कर दिया है.
एम्स के संबंध में कही ये बात
उन्होंने कहा कि इस काम को अगले बाढ़ आने से पहले पूर्ण कर लिया जाएगा. इस दौरान उन्होंने जिले में प्रस्तावित एम्स के मुद्दे पर कहा कि मैं जहां-जहां जाता था, वहां के लोग एम्स की मांग करते थे. लेकिन मैंने सभी जगह स्पष्ट कर दिया था कि पटना में पहला और दरभंगा में दूसरा मेडिकल कॉलेज बना था. उसी तर्ज पर पटना में पहला एम्स बना तो दूसरा दरभंगा में ही बनेगा.
मुख्यमंत्री ने बताया कि हमने डीएमसीएच को ही एम्स में अपग्रेड करने का सुझाव दिया था, जिसे तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री ने स्वीकार भी कर लिया. लेकिन बाद में कहा गया कि नए सिरे से एम्स बनेगा. डीएमसीएच के मामले पर मुख्यमंत्री ने कहा कि डीएमसीएच का पुनर्गठन और विस्तार किया जाएगा.
मंत्री संजय झा ने कही ये बात
इधर, कार्यक्रम के दौरान जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि बाढ़ के स्थायी समाधान और जल निकासी के लिए जल संसाधन विभाग ने आठ चैनल का पहचान किया और मुख्यमंत्री ने आज एक चैनज के खुदाई के काम का शुभारंभ किया है. शेष सभी चैनल का काम अप्रैल 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा.
संजय कुमार मनचुन की रिपोर्ट