द एचडी न्यूज डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज विकास भवन में स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल एंड कमांड सेंटर का उद्घाटन किया. इस अवसर पर बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे और मंत्री अशोक चौधरी, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे.
सीएम नीतीश कुमार ने कई योजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन एवं लोकार्पण किया. 1919 करोड़ की लागत से 772 परियोजनाओं का शिलान्यास किया. सीएम नीतीश ने शिलान्यास और उद्घाटन कर खुशी जताया. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य शिक्षा को महत्व देने की जरूरत है. आईजीआईएमएस में इलाज की सुविधा पहले से बेहतर हुई है. बिहार में टेली मेडिसिन की सुविधा शुरू हुई. मरीजों को मुफ्त दवा का इंतजाम किया. पटना एम्स का और विस्तार होगा. ग्रामीण क्षेत्र में स्मार्ट प्री पेड लगाए जाने की योजना का भी मुख्यमंत्री आरंभ किया.
मुख्यमंत्री ने यह घोषणा भी की कि पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज के लिए भर्ती रोगियों के परिजनों के रहने के लिए पास में ही राज्य सरकार अपनी तरफ से रोगी परिचारी गृह का भी निर्माण कराएगी. साथ ही पटना एम्स को विस्तार के लिए अतिरिक्त जगह दी जाएगी. मुख्यमंत्री नीतीश के नेतृत्व में बिहार के ग्रामीण इलाकों में 18-22 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है. साथ ही अब राज्य के 14 जिलों के 329 गांवों के बिजली उपभोक्ताओं को पुराने पीले बल्ब के बदले 10-10 रुपए में एलइडी बल्ब दिए जा रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि बिहार में नौ करोड़ टिका देने का कार्य पूरा हुआ. साल खत्म होते 10 करोड़ टिका देने का लक्ष्य दिया गया है. राज्य के सभी स्वस्थ केंद्रों का कन्ट्रोल रूम पटना में शुरू हो गए हैं. 2005 में आठ मेडिकल कॉलेज थे. आने वाले चार साल में ये संख्या 31 हो जाएगा. स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित इसी कार्यक्रम में नौ सौ एएनएम को नियुक्ति पत्र दिया गया. मंत्री मंगल पांडे के अनुसार नालंदा, सीवान, सासाराम, मधेपुरा, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, गया मुंगेर, समस्तीपुर और बेगूसराय सदर अस्पताल की आधारशिला रखी गई. इन भवनों के निर्माण पर करीब साढ़े तीन सौ करोड़ रुपए की लागत आएगी.
बिजली कंपनी से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री दक्षिण बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपना लिमिटेड (एसबीपीडीसीएल) की 60.04 करोड़, उत्तर बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एनबीपीडीसीएल) की 266.42 करोड़, बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड (बीएसपीटीसीएल) की 367.97 करोड़ तथा बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (बीएसपीएचसीएल) की 30.83 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन किया. वहीं शिलान्यास व कार्यरंभ योजना के तहत वह उत्तर बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड की 23.45 करोड़, बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड की 1691.45 करोड़ तथा बिहार रिन्युएबल इनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी की 1011.95 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास व कार्यरंभ किया. शिलान्यास व कार्यारंभ की कुल योजना 2726.85 करोड़ रुपए की है.
इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट प्री पेड लगाए जाने की राज्यव्यापी योजना का आरंभ किया. यह योजना 11,100 करोड़ रुपए की है. पूर्व से संचालित स्मार्ट प्री पेड मीटर को शहरी क्षेत्र में लगाए जाने की योजना का भी आरंभ होगा. यह योजना 1557 करोड़ रुपए की है. कार्यक्रम का आयोजन राजवंशी नगर स्थित बीएसपीएचसीएल कालोनी में बने ऊर्जा आडिटोरियम में होगा. वह इस आडिटोरियम का भी उद्घाटन करेंगे.
सीएम नीतीश ने कहा कि मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल में मोतियाबिंद के आपरेशन के क्रम में जिन लोगों की आंख की रोशनी गई, उन्हें सरकार आर्थिक मदद देगी. इसके अतिरिक्त जो अन्य लोग हैं, उनका इलाज सरकार अपने खर्चे पर कराएगी. इलाज में लापरवाही बरतने वाले अस्पताल पर कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अपने स्तर से इस तरह के इलाज की व्यवस्था कर रखी है. हम चाहेंगे कि जो निजी अस्पताल चलाते हैं, वे इसे ठीक ढंग से चलाए. बहुत सारे निजी अस्पताल बेहतर ढंग से काम करते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न किस्म के रोगों के इलाज के लिए मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से मदद दी जाती है. उसे अगर और बढ़ाने की जरूरत है तो इसकी समीक्षा कर लें. उन्होंने बिहार में इन दिनों कोरोना के बढ़ते मामलों व ओमिक्रोन की चर्चा करते हुए यह भी कहा कि खतरा टला नहीं है. इसलिए लोग सतर्क रहे तथा एहतियात बरतें. उन्होंने कहा कि अभी तक बिहार के नौ करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है. जल्द ही शत-प्रतिशत वैक्सिनेशन पूरा हो जाएगा.