द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई है. सीएम नीतीश कुमार लगातार चुनावी रैलियां कर रहे हैं. सीएम हर दिन लगभग चार से पांच रैलियां कर रहे हैं. सीएम नीतीश ने आज गया के शेरघाटी में चुनावी सभा को संबोधित किया और जदयू विधायक विनोद प्रसाद यादव के लिए वोट मांगा. इस दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना के दौर में चुनाव हो रहा है. समय कम के बावजूद प्रचार किया जा रहा है.
नीतीश कुमार ने इस दौरान लालू और राबड़ी राज पर कई सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि पहले बिहार की क्या हालत थी. अपराध की क्या स्थिति थी. शाम होते ही कोई घर से बाहर नहीं निकलता था, सामूहिक नरसंहार होता था, रंगदारी होती थी, कितने व्यापारी और डॉक्टरों को बिहार छोड़कर भागना पड़ा था. जब हमें काम करने का मौका मिला तो कानून का राज कायम किया. बिहार में जो कारोबारी उस समय रह गए थे जो डर कर भागे नहीं थे उन्हें जब हम सरकार में आए तो सम्मानित किया था.

नीतीश कुमार ने कहा कि 2005 में जब हमें काम करने का मौका मिला तो सबसे पहले हमने भागलपुर दंगा की जांच कराई और सजा दिलाई गई. पीड़ित परिवार को सरकारी मदद की गई. पति-पत्नी के राज में भागलपुर का दंगा हुआ लेकिन हमने उसकी जांच कराई और अल्पसंख्यकों को मदद दिलाई. हमने किस तबके के लोगों को मदद नहीं की. पति जेल गए तो पत्नी को गद्दी पर बिठा दिया लेकिन क्या महिलाओं के लिए कुछ किया? हमलोग जब सरकार में आए तो महिलाओं को पंचायतों में आरक्षण दिया. बच्चियों को पढ़ाने की पूरी कोशिश की, साइकिल योजना, पोशाक योजना की शुरूआत की. आज हाईस्कूल में लड़के-लड़कियों की संख्या बराबर हो गई.

सीएम नीतीश ने कहा कि हम काम करते हैं प्रचार नहीं करते. कुछ लोग प्रचार करते हैं, हमको कोई मतलब नहीं, मेरे बारे में तरह-तरह की बातें करते हैं उसका हम नोटिस नहीं लेते. मेरे लिए पूरा बिहार परिवार है लेकिन कुछ लोगों के लिए पत्नी बेटा-बेटी ही परिवार है.
