नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार 27 अप्रैल को मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक कर कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से देश में पैदा हुए हालात पर चर्चा की। 22 मार्च से प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्रियों के साथ यह चौथी वीडियो कॉन्फ्रेंस है। प्रधानमंत्री के साथ बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। सूत्रों की माने तो बैठक में कुछ राज्यों ने प्रधानमंत्री से लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने के लिए कहा है।
22 मार्च को देश में लागू लॉकडाउन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को चौथी बार सभी मुख्यमंत्रियों के साथ बात की। जिसमें महामारी की स्थिति और महामारी रोकने के लिए केंद्र और राज्यों द्वारा उठाए गए कदम पर चर्चा की। इस वर्चुअल बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और पीएमओ के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। सूत्रों के अनुसार बैठक में प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा कि सामूहिक प्रयास का लाभ दिख रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का हमें लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों के मुकाबले भारत बेहतर स्थिति में है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ राज्य के स्वास्थय मंत्री नबा दास भी प्रधानमंत्री के साथ हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस में मौजूद थे। उन्होंने कहा मैंने लॉकडाउन को बढ़ाने की मांग है वरना हम राज्य में इन चीजों का सामना नहीं कर पाएंगे। लॉकडाउन को एक महीने और बढ़ा दीजिए। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस में हमने लॉकडाउन बढ़ाने की बात कही लेकिन जोन में कुछ छूटों के साथ गतिविधियों को अनुमति दी जाएगी। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा, कोविड-19 की वजह से लागू लॉकडाउन जो तीन मई को खत्म हो रहा है उसे और आगे तक के लिए बढ़ाना चाहिए। इसमें राज्य के भीतर आर्थिक गतिविधियों को छूट देनी चाहिए लेकिन सीमाओं को सील किया जाना चाहिए।