झारखंड: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी के 8 समन के बाद जमीन घोटाले से जुड़े मामले की पूछताछ के लिए तैयार हो गए हैं। सोमवार को सीएम ने अपना जवाब भेजा है। हेमंत सोरेन ने ईडी को बयान लेने के लिए 20 जनवरी को सीएम हाउस बुलाया है। ईडी ने 8वें समन में मुख्यमंत्री को 16 से 20 जनवरी तक अपने ऑफिस आने या तो खुद सीएम हाउस आने की बात कही थी। समय से पहले 15 जनवरी की दोपहर हेमंत सोरेन का जवाबी लेटर लेकर मुख्यमंत्री सचिवालय से एक कर्मचारी ईडी दफ्तर पहुंचा था। हालांकि हेमंत सोरेन खुद दी गई समय अवधि के दौरान उपस्थिति होंगे या नहीं इसे लेकर अब भी संशय है।
जमीन घोटाले में सीएम से पूछताछ करना चाहती एजेंसी
इधर झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि झारखंड में ED चुनी हुई सरकार को चुनौती दे रही है। सीएम हेमंत सोरेन को समन भेजकर कहती है आप आइएगा या हम आएं। यह तो चुनौती देना है। बता दें कि जमीन घोटाले से जुड़े मामले में ईडी सीएम से सवाल-जवाब करना चाहती है। ईडी ने अपने 7वें समन में कहा था कि बड़गाईं अंचल के उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के घर से छापेमारी में जमीन से जुड़े कई अहम दस्तावेज मिले थे। इसी मामले में आपकी संपत्ति का भी विवरण प्राप्त करना है, इसलिए पूछताछ जरूरी है। क्योंकि, यह सरकारी दस्तावेजों से छेड़छाड़ का मामला है।
सीएम ने मीडिया ट्रायल का लगाया था आरोप
ईडी के 7वें समन के विरोध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी को पत्र भेजा था। उन्होंने समन को गैरकानूनी बताया था। साथ ही ईडी पर मीडिया ट्रायल कराने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि उन्हें समन मिलने से पहले मीडिया में समन की बातें चली जाती हैं। ऐसा उनकी छवि को धूमिल करने व सरकार को अस्थिर करने के लिए किया जा रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भले ही समन के बाद ईडी के समक्ष पेश ना हुए हों, लेकिन समय-समय पर चिट्ठी भेजकर ईडी की कार्य शैली पर सवाल उठाते रहे हैं।