रांची/चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा स्थित टोकलो के लांजी जंगल में गुरुवार को नक्सलियों के डायरेक्शनल क्लेमोर बम से हमला करने के मामले में तीन जवान शहीद हुए थे. वहीं तीन जवान घायल हो गए थे. घायलों को हवाई मार्ग से रांची लाया गया. वहीं शहीद हुए तीन जवान का पार्थिव शरीर रांची के झारखंड जगुआर हेडक्वार्टर लाया गया. इस दौरान शहीद हुए जवानों को सीएम हेमंत सोरेन ने श्रद्धासुमन अर्पित किए.
गुरुवार को चाईबासा के टोकलो स्थित लांजी जंगल में नक्सलियों के डायरेक्शनल क्लेमोर बम की चपेट में कॉबिंग ऑपरेशन में शामिल STF (झारखंड जगुआर) और CRPF 197 बटालियन के जवान आ गए. मौके पर दो जवान शहीद हो गए, जबकि गंभीर रूप से घायल एक अन्य जवान भी कुछ देर बाद शहीद हो गए. शहीद हुए जवानों में STF (झारखंड जगुआर) के हवलदार साहिबगंज निवारी देवेंद्र पंडित के अलावा सिमडेगा निवासी आरक्षी किरण सुरीन और पलामू निवासी हरिद्वार साह थे. वहीं खूंटी निवासी आरक्षी दीप टोपनो और लातेहार निवासी निक्कू उरांव गंभीर रूप से घायल हैं जबकि CRPF 197 बटालियन के एक रेडियो ऑपरेटर बाला गुरुंग आंशिक रूप से घायल हो गए हैं.
इधर, शहीद जवानों का पार्थिव शरीर रांची के कांके स्थित सुकुरहुट्टू में झारखंड जगुआर का हेडक्वार्टर पहुंचा. शव के पहुंचते ही उपस्थित सभी की आंखें नम हो गयी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी झारखंड जगुआर हेडक्वार्टर पहुंच कर तीनों शहीदों को नमन किये. इस दौरान सीएम सोरेन ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए परमात्मा से वीर शहीदों की आत्मा को शांति प्रदान कर परिवार को दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति देने की कामना की.
जवान कैसे आए चपेट में
भाकपा माओवादियों ने टोकलो थानांतर्गत लांजी गांव के पास जंगल के पहाड़ी पर पुलिस बलों पर घात लगाकर डायरेक्शनल क्लेमोर बम से हमला कर दिया. गुरुवार की सुबह करीब 8.30 बजे जब झारखंड जगुआर (STF) और CRPF 197 बटालियन के 60 जवान लांजी पहाड़ में चढ़ रहे थे. इस क्रम में पहाड़ी के 50 मीटर के ऊपर चढ़ने पर एक जोरदार धमका हुआ और क्लेमोर बम के रेंज में पांच जवान आ गए. इनमें से तीन जवान थोड़ी देर बाद शहीद हो गए.
बम के ज्यादा छर्रे लगने से आरक्षी किरन सुरीन और हरिद्वार साह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल STF (झारखंड जगुआर) के हवलदार देवेंद्र कुमार पंडित इलाज के लिए रांची ले जाने के क्रम में शहीद हो गए. वहीं, क्लेमोर बम विस्फोट होते ही नक्सलियों ने पुलिस पर फायरिंग भी कर दिया. इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई. करीब एक घंटे तक चली इस मुठभेड़ के क्रम में जवानों की माकूल जवाबी फायरिंग की वजह से पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली भाग खड़े हुए. इसके बाद पुलिस और सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन भी चलाया.
जहां पर विस्फोट हुआ था, उसके आसपास कुछ ग्रामीण भी मौजूद थे, जबकि 300 मीटर की दूरी पर एक युवक को भागते देखा गया. जवानों की हमला से उक्त अनजान युवक जंगल का फायदा उठा कर भागने में सफल हुआ. संदेह के आधार पर सुरक्षा बलों ने तीन ग्रामीण को हिराहत में लिया है. घटना के बाद घटनास्थल पर अफरा- तफरी मच गई.
गौरी रानी की रिपोर्ट