पटना : बिहार में कोरोना संक्रमण दोबारा बड़ी तेजी से फैल रहा है. रोजाना कोरोना के सैकड़ों नए मरीज मिल रहे हैं. ऐसे में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने राजधानी पटना में सार्वजनिक स्थलों पर रामनवमी, छठ पूजा और जुमे की नमाज अदा करने पर प्रतिबंध लगाया है. आदेश का सख्ती से अनुपालन कराया जा सके, इस बाबत पटना डीएम और एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने नगर आयुक्त, एसपी ट्रैफिक, एसपी सिटी, एसपी ग्रामीण, सभी एडीएम, एसडीएम, एसडीपीओ, बीडीओ, सीओ और अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की.
नवरात्रि पर्व के दौरान चैती छठ महापर्व शुरू हो रहा है. चैती छठ 16 अप्रैल से आरंभ होकर 19 अप्रैल तक चलेगा. यह पर्व चार दिन तक चलता है. छठ महापर्व की शुरुआत नहाय-खाय के दिन से होती है. आस्था का महापर्व छठ साल में दो बार मनाया जाता है. यह पर्व चैत्र माह में और कार्तिक माह में मनाया जाता है.
लोगों से घर में रहने की अपील की
कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए डीएम और एसएसपी ने लोगों से घर में रह कर पर्व मनाने की अपील की है. संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सार्वजनिक स्थलों पर भीड़भाड़ नहीं लगाने का आदेश जारी किया गया. गौरतलब है कि बिहार सरकार की ओर से पहले से ही 30 अप्रैल तक सार्वजनिक स्थल पर किसी भी तरह के कार्यक्रम के आयोजन पर प्रतिबंध लगाया गया है. साथ ही मंदिरों में भी आम लोगों के प्रवेश वर्जित है.
घाटों पर छठ पूजा का आयोजन करना मना है, इससे संबंधी फ्लेक्स घाटों पर लगाने का निर्देश दिया गया है. ताकि लोगों को पूर्व से ही इसकी जानकारी रहे और लोग सुरक्षित होकर सावधानी से अपने अपने घरों में ही छठ पूजा करें. रामनवमी के अवसर पर कोई जुलूस नहीं निकाले जाएंगे. संक्रमण के खतरे को देखते हुए सार्वजनिक स्थल पर रामनवमी पूजा का आयोजन नहीं होंगे. इसके अतिरिक्त अभी रमजान का महीना चल रहा है. जुमे की नमाज सार्वजनिक स्थल मस्जिद में अदा नहीं करनी है. बल्कि लोग अपने-अपने घरों में ही जुम्मे की नमाज अदा करें.
माइकिंग कर लोगों को जानकारी दें अधिकारी
जिलाधिकारी ने लोगों को जानकारी देने के लिए क्षेत्र में माइकिंग करने, संबंधित हितधारकों के साथ बैठक करने और सार्वजनिक स्थलों पर रामनवमी, छठ पूजा, जुम्मे की नमाज के आयोजन पर प्रतिबंध संबंधी जानकारी लोगों को देने और कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया.
उन्होंने सभी कार्यपालक पदाधिकारी को अपने-अपने अंचल में वार्ड पार्षदों के साथ बैठक करने और उन्हें जानकारी देने और अपेक्षित सहयोग प्राप्त करने का निर्देश दिया. जिलाधिकारी ने कहा है कि कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है. ऐसी स्थिति में सार्वजनिक स्थलों पर भीड़-भाड़ लगाने और सामूहिक रूप से पूजा आयोजित करने से संक्रमण की संभावना और अधिक बढ़ जाएगी. इसलिए जनहित में लोग अपने-अपने घरों में ही सुरक्षित एवं सावधानी से पूजा करें.
छठ पर्व की तिथियां
नहाय-खाय तिथि : 16 अप्रैल 2021
खरना तिथि : 17 अप्रैल 2021
शाम के अर्घ्य की तिथि : 18 अप्रैल 2021
सुबह के अर्घ्य की तिथि : 19 अप्रैल 2021