द एचडी न्यूज डेस्क : केंद्र सरकार की तरफ से बिहारवासियों को एक और बड़ी सौगात आज मिल गई है. बिहार के मुंगेर में गंगा नदी पर श्रीकृष्ण सेतु का उद्घाटन हुआ. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रिमोट से शुभारंभ किया. रिमोट द्वारा लोकार्पण के शिलापट का पर्दा हटाया गया. इस लम्हे को साक्षात देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग लाल दरवाजा पहुंचे. उद्घाटन कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार, दोनों डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह, बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन, मंत्री सम्राट चौधरी, राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा, सांसद ललन सिंह, विधायक प्रवण कुमार सहित कई विधायक भी मौजूद रहे.
आपको बता दें कि सीएम नीतीश की अध्यक्षता में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के कर-कमलों द्वारा मुंगेर में 14.5 किलोमीटर लंबे एनएच 333बी के अंतर्गत गंगा नदी पर रेल-सह-सड़क पुल की पहुंच पथ परियोजना का लोकार्पण हुआ. साथ ही मुंगेर के घोरघट स्थित मणि नदी के ऊपर उच्चस्तरीय आरसीसी पुल लोकार्पण किया गया.
लाल दरवाजा टीका रामपुर के पास बने समारोह स्थल में 2000 से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई थी. समारोह एवं पुल को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आए. इस पुल के निर्माण के बाद अब लोगों को काफी सहूलियत होने वाली है. दरअसल, पहले जहां मुंगेर से खगड़िया एवं खगड़िया से मुंगेर आने में पहले नाव से एक घंटे का समय लगता था. अब सड़क पुल चालू हो जाने से महज 12 से 15 मिनट में ही लोग दो जिले में अप डाउन कर सकेंगे.
सड़क पर फर्राटे से मोटरसाइकिल और चारपहिया वाहन भी दौड़ने लगेंगे. आवागमन चालू हो जाने से व्यवसाय में भी चार चांद लग जाएगा. इस पुल के उद्घाटन से मुंगेर और खगड़िया के व्यापारी काफी खुश हैं. बता दें कि 20 साल पहले 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस पुल का शिलान्यास दिल्ली से रिमोट द्वार किया था.
श्रीकृष्ण सेतु के निर्माण का निर्णय उस समय लिया गया था, जब बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, भारत सरकार में रेल मंत्री थे. यह पुल मुंगेर और बेगूसराय को जोड़ने वाला ब्रिज है. पुल निर्माण के दौरान टोपो लैंड के मुआवजा की राशि के भुगतान के कारण यह परियोजना धीमी हो गई थी. राज्य सरकार द्वारा अक्टूबर 2021 में विशेष पैकेज के द्वारा मुआवजे की कुल 57 करोड़ की राशि भुगतान की स्वीकृति प्राप्त होते ही इस पुल के निर्माण की जारी बाधायें दूर हो गई. अब ये पुल पूरी तरह जनता को समर्पित किया जा चुका है.
पुल के बारे में
- 696 करोड़ की लागत से बना है श्रीकृष्ण सेतु.
- बिहार के पूर्व सीएम श्रीकृष्ण बाबू के नाम पर रखा गया इसका नाम.
- पुल की लंबाई 14.51 किलोमीटर है.
- ऊपर मोटरगाड़ी तो नीचे रेलवे ट्रैक पर ट्रेनें दौड़ेंगी.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट