जीवेश तरूण, बेगूसराय
बेगूसराय: लॉकडाउन की वजह से जो जहां पर है, वहीं फंस गया है। जिससे कई तरह की परेशानी भी हो रही है। ताजा मामला बेगूसराय का है। प्राप्त खबर के अनुसार पड़ोसी देश नेपाल के विराटनगर से लगभग 14 किलोमीटर दूर दुहबी बाजार से बीते 20 मार्च को बेगूसराय जिले के बलिया प्रखंड अंतर्गत नुरजमापुर पंचायत के वार्ड सात निवासी योगेंद्र प्रसाद सिन्हा के सबसे छोटे पुत्र सुजीत कुमार सिन्हा का छेका करने अपने घर से लङकी के पिता सहित चार रिश्तेदार चले थे। जो 21 मार्च को बलिया प्रखंड के नुरजमापुर पहुंचे थे। छेका करने के बाद 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लग जाने के कारण घर वापस नहीं लौट सके हैं। अब उन्हें 17 मई को लॉक डाउन के समाप्त होने का इंतजार है। जिसमें लड़की के पिता नेपाल के विराटनगर जिले के दुहबी बाजार निवासी राज नारायण कर्ण, लङकी के नाना सप्तरी जिला के ठेरिया निवासी जगदीश मलिक, मौसा दुबही बाजार निवासी गंभीर कुमार कर्ण एवं सुनसरी जिला के दुबही बाजार निवासी पिंटू कुमार सिन्हा शामिल है।
लड़की के पिता ने बताया कि घर से निकले 50 दिन हो गए हैं। यहां से जाने के बाद पुत्री की शादी की तैयारी करनी थी। जो हम लोग लॉक डाउन की वजह से फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि घर से ज्यादा कपड़े एवं रूपए लेकर भी नहीं चला था। जो भी रुपया था वह खत्म हो चुका है। जिसके कारण हम लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। वहीं लड़के के पिता योगेंद्र प्रसाद सिन्हा ने बताया कि चार रिश्तेदार मेरे सबसे छोटे पुत्र की शादी को लेकर छेका करने 21 मार्च को आये थे। जो 22 मार्च को बेगूसराय ट्रेन पकड़ने गए थे लेकिन जनता कर्फ्यू की वजह से पुलिस ने इन लोगों को लौटा दिया। जिसके बाद से लड़की के पिता, नाना, मौसा एवं एक अन्य रिश्तेदार मेरे घर पर फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी पंचायत के मुखिया से लेकर अन्य जनप्रतिनिधियों को भी दी गयी है लेकिन इनके घर भेजने को लेकर कोई सहयोग नहीं मिल सका है।
वही जाप छात्र नेता सुमित कुमार यादव ने इन लोगों फंसे रहने पर जिलाधिकारी एवं बिहार सरकार से इनके घर वापसी की मांग की है। डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि जो बाहर से आकर यहां पर फंसे हुए हैं, उसके लिए तीन प्रावधान है। पहला प्रावधान यह कि अगर फोर व्हीलर के गाड़ी में तीन आदमी को जाना अलाउड है जो अरेंज करके जा सकते हैं। वापसी पास के लिए अप्लाई कर सकते हैं। वह जिला पदाधिकारी के द्वारा दे सकते हैं वही दूसरा प्रावधान है निजी वाहन बुक कर कर जा सकते हैं। इसकी सूचना जिला पदाधिकारी को दे दे। उनको बस का पास अलग से दे देंगे और संबंधित जिला को जानकारी दे देंगे। अगर जाने में सक्षम नहीं है, तो उसकी भी सूचना जिला प्रशासन को दे दे। जितने व्यक्ति जाना चाहेंगे, उसकी सूची तैयार करके भेज दे, हम उसे विभाग को भेज देंगे ताकि वहां से जाने की अनुमति मिल जाए।