राकेश शर्मा, बोकारो
बोकारो: कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगाये गए लॉकडॉउन में देश के विभिन्न क्षेत्रों से आ रही तस्वीरों में दिख रहा कि प्रवासी मजदूर किसी भी तरह अपने घर आने को बेताब हैं। कोई पैदल सड़कों पर, या रेल की पटरियों पर, कोई साईकिल से तो मोटरसाइकिल से अपने घर आना चाह रहे हैं। इसी बेताबी में मुम्बई से मोटरसाइकिल पर सवार होकर चार मजदूर बोकारो जिले के नावाडीह प्रखण्ड के पेंक आ रहे थे। जिन्हें बोकारो रामगढ़ मुख्य मार्ग पर पेटरवार स्थित चेकनाका पर दण्डाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त जिला अभियंता हरि दास ने रविवार को रोक लिया।
प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी ने चार प्रवासी मजदूर को बाइक से गुजरते देखा। उन्हें वहीं पर रोककर मेडिकल चेकअप किया गया तथा उन्हें क्वारंटाइन सेंटर गोमिया में भेजा गया। दण्डाधिकारी दास ने जब उनसे पूछताछ की तो पता चला कि वे मुंबई से अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर बोकारो पहुंचे हैं। ये चारो मजदूर बोकारो जिले के नावाडीह प्रखंड के पेंक गांव के निवासी है। बताते चले कि उपायुक्त मुकेश कुमार के निर्देशानुसार जिले के अधिकारियों को जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों पर दण्डाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है। जहां से आने-जाने वाले लोगों को मेडिकल टीमों द्वारा चेक कर उन्हें वहां गुजरने दिया जाता है।