रांची : झारखंड सरकार तीन मार्च यानी बुधवार को वित्तीय वर्ष 2021- 22 का बजट पेश करेगी. आगामी वित्तीय वर्ष के बजट को 90 हजार करोड़ रुपए के करीब होने का अनुमान है. मंगलवार को बजट सत्र के दौरान सदन से बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इस बार का बजट बहुत मेहनत और सोच-विचार के साथ तैयार किया गया है. वहीं भाजपा ने आरोप लगाया है कि सराकर ने बिना किसी की राय लिए बजट तैयार की है. बजट से संबंधित सभी लेटेस्ट अपडेट के लिए हमारे साथ बनें रहें.
झारखंड का बजट सत्र बुधवार को शुरू हुआ. पौड़ेयाहाट विधानसभा के विधायक प्रदीप यादव के सदन में संबोधन करते ही विपक्ष का विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है. विपक्ष नारे लिखे टी शर्ट पहन कर सदन में पहुंचे थे. इस पर स्पीकर ने नारे लिखे टी शर्ट पहन कर सदन में नहीं आने की अपील की, लेकिन विपक्ष अपनी बातों पर ही अड़े रहें. इस दौरान सदन में विपक्ष के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी है.
प्रगति पथ पर अग्रसर होगा झारखंड का बजट : वित्त मंत्री
आज झारखंड का बजट पेश होना है. झारखंड के वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव सदन में बजट पेश करेंगे. इससे पूर्व पत्रकारों से बात करते हुए डॉ उरांव ने कहा कि इस बार का बजट राज्य को आगे बढ़ाने वाला होगा. इस बजट में सभी वर्गों का विशेष ख्याल रखा गया है. इस बजट से राज्य प्रगति पथ पर अग्रसर होगा.
90 हजार करोड़ का बजट होने का अुनमान
वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट का आकार 90 हजार करोड़ रुपये के करीब होने का अनुमान है. बजट में राज्य के सभी वर्गों को ध्यान में रखा गया है. इस बार कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा व कल्याण पर विशेष जोर दिया जा रहा है.
भाजपा विधायकों का विरोध प्रदर्शन
झारखंड विधानसभा के बाहर बुधवार को भी भाजपा विधायकों का विरोध प्रदर्शन जारी है. नियोजन नीति समेत अन्य मांगों को लेकर भाजपा हेमंत सरकार पर निशाना साध रही है. वहीं, राज्य के सभी प्रखंडों में अंचलाधिकारी की नियुक्ति की मांग की जा रही है.
