पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद अपने कार्यकाल के पहला बजट सदन के पटल पर रखा. आज बजट पेश करने के बाद उसे सदन में पारित भी कराया जाएगा. वहीं, सदन के अलग-अलग दिन हर विभाग के बजट की विस्तृत जानकारी दी जाएगी.
बिहार बजट 2021-22 का आकार करीब दो लाख 15 हजार करोड़ रुपए से अधिक रहने की संभावना है, जो कि पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 के दो लाख 11 हजार 761 करोड़ रुपए से अधिक है. बिहार बजट 2021-22 में कोरोना महामारी के प्रभावों से उबरने के उपायों संग स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान रहेगा. वहीं, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी मुख्य बिंदु होगा. इसके अतिरिक्त सात निश्चय पार्ट -2 के लिए प्रवधान किया जाएगा.
इन बिंदुओं पर रखा जाएगा ध्यान
बिहार बजट 2021-22 में कोरोना महामारी के प्रभावों से उबरने के उपायों संग स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान रहेगा. वहीं, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी मुख्य बिंदु होगा. बजट में सात निश्चय पार्ट-2 के जरिए आत्मनिर्भर बिहार के संकल्प को साकार करने और खासकर बिहार के गांवों की खुशहाली पर ध्यान दिए जाने की संभावना है.
हंगामेदार तरीके से हुई बजट सत्र की शुरुआत
बता दें कि शुक्रवार को बजट सत्र की शुरुआत हंगामेदार तरीके से शुरुवात हुई. एक तरह जहां सत्र की शुरुआत से पहले जहां विपक्षी दलों के विधायकों ने पेट्रोल और डीजल की कीमत और किसान आंदोलन को लेकर हंगामा किया. वहीं, सदन के अंदर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार बोर्ड के मैट्रिक की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का मुद्दा उठाया. हालांकि, तेजस्वी के सवाल उठाने के बाद सीएम नीतीश ने कार्रवाई का आदेश दिया, जिसके बाद सोशल साइंस की पहली पाली की परीक्षा रद्द कर दी गई थी.
सीएम नीतीश ने बजट की सराहना की
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बजट की सराहना की. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि यह बजट संतुलित है और सभी वर्गों के हित को ध्यान में रखकर बनाया गया है. वर्ष 2005 से अब तक राज्य की अर्थव्यवस्था में विकास दर डबल डिजिट में रही है. उसे यह बजट और गति देगा.