पटना : बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा में गड़बड़ी हुई है. रैंक लिस्ट जारी करने, सीबीआई जांच गठित करने सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर अभ्यर्थियों ने गुरुवार को गर्दनीबाग में महाधरना दिया. गर्दनीबाग में भारी मात्रा में छात्र एकत्रित होकर सरकार और शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के खिलाफ प्रदर्शन किया. धरनास्थल पर भारी संख्या में पुलिसबल की भी तैनाती थी.
आपको बता दें कि राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिलीप कुमार के नेतृत्व में बड़ी संख्या में अभ्यर्थी यहां जुटे हुए थे. उनके समर्थन में सांसद चिराग पासवान भी धरनास्थल पर पहुंचे. आंदोलनकारी अभ्यर्थियों का कहना है कि उनके साथ आयोग नाइंसाफी कर रहा है. इसे किसी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा. गर्दनीबाग धरनास्थल पर चिराग पासवान मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार भ्रष्टाचार की योजना बना रहे हैं.
2014 में बीएसएसपी की ओर से जारी किया था विज्ञापन
वर्ष 2014 में बीएसएससी की ओर से विज्ञापन जारी कर राज्य के 42 विभागों में 13,120 पदों पर नियुक्ति के लिए आवेदन लिया गया. आवेदन प्रक्रिया के दो वर्ष बाद भी पीटी परीक्षा नहीं होने तथा लंबे अरसे बाद आयोग की ओर से विज्ञापन जारी होने के बाद काफी संख्या में अभ्यर्थी हाई कोर्ट गए. जहां वर्ष 2016 में उच्च न्यायालय ने अधिकतम उम्र सीमा में छूट देते हुए आवेदन लेने का निर्देश बीएसएससी को दिया था. इसके बाद वर्ष 2016 में आवेदन लिए गए. इस परीक्षा के लिए लगभग 16 लाख से अधिक आवेदन दिए गए. वर्ष 2017 के 29 जनवरी तथा पांच फरवरी को पहली बार प्रारंभिक परीक्षा हुई. इसमें प्रश्न पत्र लीक का मामला सामने आने के बाद परीक्षा रद कर दी गई.
संजय कुमार मुनचुन और विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट