PATNA: राजधानी पटना के दानापुर के बड़ी खबर आ रही है। जहाँ पुलिस ने एक युवती का कंकाल बरामद किया है। कंकाल युवती का है जिसे पहले एक युवक ने शादी का झांसा देकर दहेज की मोटी रकम ऐंठ ली। उसके बाद युवती के होने वाले देवर ने प्रेम जाल में फंसा कर उसके साथ दुष्कर्म किया।
मगर बात यही खत्म नहीं हुई, जब लड़की के परिवार वालों ने शादी की बात की तो युवक ने उसकी हत्या कर लाश को झाड़ी डालकर नमक डाल कर उसकी जीवन लीला समाप्त कर दी। युवती की कंकाल की पहचान उसके इनर वियर से हुई। इस पूरे मामले में पुलिस ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई वरना इस पूरे केस का खुलासा नहीं हो पाता और न प्यार और धोखा के मामले में प्रेमी की गिरफ्तारी हो पाती।
आईये अब हम आपको प्यार इश्क और शादी की पूरी कहानी बताते हैं। मामला बिहार के पटना जिला, अरवल जिला और औरंगाबाद जिला से जुड़ा है। जहां अरवल के राजापुर के रहने वाली सुषमा कुमारी जो मिथिलेश सिंह की पुत्री थी, उसकी शादी औरंगाबाद जिले के दिलावरपुर थाना देवकुंड के रहने वाले सुरेंद्र यादव के बड़े पुत्र रंजीत कुमार से साल 2020 में तय हुई थी।
सुरेंद्र की नौकरी सेना भर्ती होने वाली थी। सेना भर्ती में सुरेंद्र के पिता ने सुषमा के पिता मिथिलेश सिंह ने दहेज के रूप में छः लाख रूपये की डिमांड की जिसे सुषमा के पिता ने जमीन बेचकर दी। जब उसकी नौकरी हो गई। नौकरी के बाद सुरेंद्र और उसके परिवार वालों की मांग और समय बढ़ती गई। तकरीबन दस लाख रूपये देने के बाद भी सुरेंद्र के परिवार वाले शादी टालते रहे।
सुषमा के पिता ने शादी टालता देख दहेज लोभी परिवार से नाता तोड़ना मुनासिब समझा और रूपये मांगने लगे । तब सुरेंद्र यादव ने अपने पुत्र रंजीत कुमार और विजेंद्र कुमार के साथ मिलकर एक साजिश के तहत विजेंद्र कुमार सुषमा को अपने प्रेम जाल में फंसा लेता है। 15 नवंबर को 3:00 बजे विजेंद्र अरवल पहुंचता है और वहां अपनी होने वाली भाभी सुषमा को बाजार में बुलाता है। फोन कर बुलाने पर सुषमा कुमारी ने रंजीत के भाई से मुलाकात की।
सुषमा को बताया गया कि उसके होने वाले पति जहानाबाद में है उनसे मिलना चाहते हैं। जहानाबाद के एक होटल में बिजेंद्र अपनी होने वाली भाभी सुषमा के साथ दुष्कर्म करता है। और फिर उसे बहला-फुसलाकर पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र के गाजा चक महमदपुर इलाके में एकांत में ले जाता है और वहां भी सुषमा के सात जबरदस्ती दुष्कर्म करता है।
जिसके बाद सुषमा हंगामा करने लगती है। जिसके बाद विजेंद्र ने सुषमा की हत्या कर शव को झाड़ियों के अंदर छुपा देता है उसके बाद फिर वह लौट जाता है दूसरे दिन हत्या वाली जगह दोबारा पहुंचता है और शव को पूरी तरह से ठिकाने लगाने के लिए 10 किलो नमक लेकर पहुंचता है। शव को नमक से ढक देता है। वही दूसरी तरफ मिथिलेश सिंह द्वारा 24 नवंबर को दिए गए अपनी बेटी के गायब होने के आवेदन दिया जाता है।
जिसकी जांच के बाद पुलिस मोबाईल लोकेशन के जरिए हत्या के अंजाम तक पहुंचती है। जब पुलिस सुरेंद्र यादव और उसके बेटों पर दबाव बनाता है तो वह कोर्ट में सरेंडर कर जाता है जब पुलिस उसे रिमांड के लिए अरवल थाना लाती है तो वहां वह हत्या का राज उगल देता है। पुलिस उसी की निशानदेही पर एक महीने बाद पूरे मामले का खुलासा करती है। एफएसएल की टीम बुलाकर कंकाल की जांच करती है। कंकाल को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पटना एम्स भेज देती है और पूरे मामले की तफ्तीश में जुट जाती है।
दानापुर से रजत राज की रिपोर्ट