द एचडी न्यूज डेस्क : राजनीतिक गलियारे से एक बड़ी खबर आ रही है. राजधानी पटना के राजभवन में बिहार कैबिनेट का विस्तार हो रहा है. राजभवन में 12.30 बजे शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत हुई. राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व सीएम व पूर्व हम प्रमुख जीतन राम मांझी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, विधानमंडल के सभापति अवधेश नारायण सिंह, दोनों डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी और वीआईपी प्रमुख व मंत्री मुकेश सहनी सहित तमाम बड़े नेता वहां मौजूद हैं. नीतीश कैबिनेट विस्तार में भाजपा से नौ जबकि जदयू से आठ मंत्रियों ने मंत्री पद की शपथ ली.
नीतीश कैबिनेट के विस्तार में सबसे पहले बीजेपी की तरफ से सैयद शाहनवाज हुसैन ने मंत्री पद की शपथ ली. शाहनवाज हुसैन उर्दू में मंत्री शपथ ली. वहीं दूसरे नंबर पर नालंदा से जीतकर आए विधायक श्रवण कुमार ने शपथ ली. उसके बाद तीसरे नंबर पर जदयू विधायक मदन सहनी ने शपथ ली. बीजेपी की ओर से प्रमोद कुमार ने चौथे नंबर पर मंत्री पद की शपथ ली. जदयू एमएलसी संजय कुमार झा ने पांचवें नंबर पर मंत्री पद की शपथ ली. छठवें नंबर जदयू के विधायक लेसी सिंह ने शपथ ली. सातवें नंबर पर बीजेपी एमएलसी सम्राट चौधरी ने शपथ ली. आठवें नंबर पर बीजेपी विधायक नीरज कुमार बबलू ने मंत्री पद की शपथ ली.
वहीं नीतीश कैबिनेट विस्तार में नौवें नंबर पर बीजेपी के गोपालगंज के विधायक सुभाष सिंह ने शपथ ली. 10वें नंबर पर बांकीपुर के विधायक नितिन नवीन ने शपथ ली. 11वें नंबर पर नरेंद्र सिंह के बेटे व चकाई से निर्दलीय विधायक सुमित सिंह ने शपथ ली. 12वें नंबर पर पूर्व आईपीएस अधिकारी व गोपालगंज के भोरे से जदयू के विधायक सुनील कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली.
आपको बता दें कि नीतीश कैबिनेट विस्तार में 13वें नंबर पर नौतन से बीजेपी के विधायक नारायण प्रसाद ने मंत्री पद की शपथ ली. नारायण प्रसाद 62 साल के हैं. 14वें नंबर पर अमरपुर से जदयू के विधायक जयंत राज पहली बार मंत्री पद की शपथ ली. 15वें नंबर पर सहरसा से बीजेपी के विधायक आलोक रंजन झा ने मंत्री पद शपथ ली. उन्होंने लवली आनंद को हराकर चुनाव जीता था. 16वें नंबर पर कैमूर के चैनपुर से बसपा के विधायक मो. जमां खान ने मंत्री पद की शपथ ली उन्होंने बसपा छोड़ जदयू में आए हैं, जबकि 17वें नंबर पर बीजेपी के जनक राम मंत्री पद की शपथ ली. जनक राम 2014 में गोपालगंज से सांसद बने थे. अभी वे किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं.
संजय कुमार मुनचुन और देवाशीष कुमार की रिपोर्ट