द एचडी न्यूज डेस्क : पूरे देश में आज से 15 से 18 साल के बच्चे के टीकाकरण का शुभारंभ हो गया है. इसी बीच पटना के इंदिरा गांधी चिकित्सा विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) अस्पताल में सीएम नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इस अभियान की शुरुआत की. सीएम नीतीश ने कोरोना को लेकर सख्ती के संकेत दिए. सीएम नीतीश ने कहा कि कोरोना को लेकर बिहार में सख्ती बढ़ सकती है. मंगलवार को बैठक में पाबंदियों पर फैसला होगा. बच्चों का वैक्सीनेशन कार्य तेजी से होगा. राज्य में 10 करोड़ से ज्यादा टीका दिया जा चुका है.
कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए बच्चों को वैक्सीन लगाने की शुरुआत सोमवार से देश भर में कर दी गई है. इसी कड़ी में बिहार में भी 83 लाख से अधिक 15 से 18 वर्ष के किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई. अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद आईजीआईएमएस से की. इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी मौजूद थे. इसके अलावा आईजीआईएमएस के डॉक्टर, पटना की सिविल सर्जन, नगर आयुक्त और अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
आईजीआईएमएस पहुंचे मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों और स्वास्थ्य मंत्री के साथ घूम-घूमकर पूरी व्यवस्था का निरीक्षण किया. वहीं, वैक्सीनेशन के बाद उन्होंने कुछ बच्चों के वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट भी दिया. वहीं, अस्पताल पहुंचे मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से भी बातचीत की. उन्होंने कहा कि समाज सुधार अभियान अभी चल ही रहा है. वहीं, बिहार में फिलहाल ऐसी स्थिति पैदा नहीं हुई है कि सब कुछ बंद कर दिया जाए. लेकिन कल की बैठक में स्थिति का आकलन कर फैसला लिया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना टेस्टिंग की संख्या यहां बहुत अच्छी है. डेढ़ लाख से दो लाख तक प्रतिदिन जांच हो रहे हैं. पांच लाख के औसत से बिहार पार है. हालांकि, अभी अचानक पॉजिटिव केसों की संख्या बढ़ी है.
विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट