रांची : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने हेमंत सरकार पर कोरोना सुरक्षा के प्रति लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि हेमंत सरकार की विफलता है कि देश में टीकाकरण सबसे निचले स्तर पर झारखंड में है. उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना के नए वेरियंट ओमिक्रोन को विश्व के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया है, यह पूरे दुनिया में तेजी से फैल सकता है. बावजूद हेमन्त सरकार कोरोना जांच व वैक्सिनेसन अभियान सुस्तचाल में चल रही है.
कोविड जांच मशीन की खरीद नहीं होने पर उठाया सवाल
उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रान के बाद से केंद्र सरकार अलर्ट पर और सतर्क है. परंतु झारखंड सरकार कितनी लापरवाह है, इसकी बानगी देखिए. कोरोना के वैरिएंट का पता करने के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन आवश्यक है. मशीन खरीदने से संबंधित फाइल छह माह से रिम्स में अटकी हुई है. इस कारण वायरस के नए वैरिएंट का पता करने के लिए पुणे पर निर्भर रहना पड़ेगा. जब तक वहां से कोरोना मरीज के वैरिएंट का पता चलेगा, तबतक नया वैरिएंट झारखंड को अपनी चपेट में ले सकता है. झारखंड सरकार और रिम्स प्रबंधन को कुंभकर्णी नींद से जाग जानी चाहिए.
झारखंड में टीकाकरण सबसे निचले स्तर पर, अभियान तेज करने की मांग
उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव में वैक्सीन ही सर्वोत्तम उपाय है. इसे देखते हुए भाजपा और इसके गठबंधन प्रदेशों में 60 से 90 फीसदी तक डबल डोज व सिंगल डोज 80 से 100 फीसदी वैक्सीन हो चुका है. जबकि झारखंड डबल डोज के मामले में सबसे निचले स्तर पर है. झारखंड में अब तक मात्र 30 फीसदी डबल व 66 फीसदी सिंगल डोज दिया जा पाया है. उन्होंने कहा कि इसी प्रकार कांग्रेस और इसके गठबंधन प्रदेशों की स्थिति बद से बदतर है. पंजाब, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल की स्थिति निचले स्तर पर है.
गौरी रानी की रिपोर्ट