PATNA: विपक्षी एकता पर बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने चुटकी ली है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार हो या कोई विपक्षी नेता एक दूसरे के साथ मिलकर क्या कर लेंगे। जनता इन सभी को पहचानती है। दूसरे राज्य में जाकर कोई भी विपक्षी नेता वोट मांगेंगे तो उनको वोट नहीं मिलेगा।
बीजेपी के 8 साल के कार्यकाल में विपक्ष ने एक भी तरह का घोटाले का आरोप सरकार पर नहीं लगा पाया। राष्ट्रीय अध्यक्ष जदयू ललन सिंह पर संजय जयसवाल ने हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार पहले खुद निर्भीक बने बाद में अमित शाह के बारे में बात करें। जनता दरबार में सिर्फ नाटक करते हैं।
मुख्यमंत्री जनता की समस्या सुनने का पहले से तय होता है। सभी सवाल नीतीश कुमार के जनता दरबार में आने वाला हर व्यक्ति प्रायोजित होते हैं। बिहार के मुख्यमंत्री इतने डरे हुए हैं। ऐसा कोई मुख्यमंत्री हिंदुस्तान में नहीं है। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बारे में बोलने से पहले नीतीश कुमार के डर को खत्म करें।
जनता से मिलने में नीतीश कुमार की इतनी भी हैसियत नहीं है कि वह बेहिचक जनता से मिले। प्रधानमंत्री की रैली में पीएफआई के द्वारा हमले के खुलासे पर संजय जयसवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बिहार पीएफआई का गढ़ बन चुका है। देश में कहीं भी आतंकी घटना होती है, तो उस घटना के तार विहार से जुड़े होते हैं।
बिहार में एनडीए गठबंधन टूटने का कारण बिहार के बड़े अफसर हैं। कुछ खास अफसरों को यह लगा कि पीएफआई का बढ़ावा बीजेपी के साथ सरकार में रहकर नहीं हो सकता है। उन्हीं अफसरों द्वारा लालू यादव और नीतीश कुमार को एक साथ मिलाने का काम किया गया है।
पटना से विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट