PATNA: औबैसी की पार्टी बिहार में टूट गई है। पांच में से चार विधायक राजद में शामिल हो गए है। जिसके बाद बिहार की सियासत गर्म हो गई है। बिहार बीजेपी ने राजद पर हमला बोला है।
बिहार में एआईएमआईएम के 4 विधायकों के आरजेडी में शामिल होने पर भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री सह बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉ० निखिल आनंद का बयान: “राजद मतलब धर्मान्धता और तुष्टीकरण की दुकान” “एक तरफ असदुद्दीन ओवैसी देशभर में मुसलमानों को धर्मान्ध बनाने और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रत्यक्ष- अप्रत्यक्ष तौर पर भड़का रहे है, वहीं दूसरी तरफ बिहार में एआईएमआईएम के चार विधायक धर्मान्धता को प्रश्रय देने वाली औ तुष्टीकरण की राजनीति करने वाली परिवारवादी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गए।
राजस्थान में एक ओबीसी हिंदू समाज के व्यक्ति कन्हैया लाल जी कि आतंकियों द्वारा हत्या पर दाएं- बाएं बयान देने वाले और शर्मनाक चुप्पी साधने वाले लोग क्या राज्यों में सुविधानुसार खास दलों के बैनर तले भाजपा और नरेंद्र मोदीजी के विरोध के लिए एकजुट हो रहे हैं?
वैसे ओवैसी की हरकतों को देखकर कई बार लगता है कि कहीं आरजेडी से पैसे लेकर अपने विधायकों को तो नहीं बेच दिया। खैर जो भी हो लेकिन ओवैसी जैसे लोग जिनका अपना दुकान संभलता नहीं और देशभर में बाजार बना रहे हैं। ओवैसी जैसे कट्टरपंथी भड़काऊ लोगों की पार्टी को बैन कर देना चाहिए।”
पटना से कुमार गौतम की रिपोर्ट