रांची : झारखंड विधानसभा में सोमवार को बजट सत्र के दौरान द्वितीय पाली में कृषि कानून को लेकर होने वाले वाद-विवाद का भाजपा विधायक विरोध करेंगे. भाजपा प्रदेश मुख्यालय में रविवार को मीडिया से बातचीत में भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कृषि बिल अब कानून बन गया है. इस पर किसी भी तरह की चर्चा अब असंवैधानिक है. भाजपा विधायक सोमवार को विधानसभा में इस विषय पर अपना विरोध दर्ज कराएंगे. बाबूलाल ने कहा कि सरकार में किसानों के प्रति दर्द नहीं है, उसे सिर्फ राजनीति करनी है.
मुख्यमंत्री को बाबूलाल ने दी अध्ययन करने की नसीहत
इधर, आदिवासियों के धर्म को लेकर नसीहतों का दौर थम नहीं रह है. आदिवासी धर्म के नाम पर बाबूलाल को मानव शास्त्र का पाठ पढ़ाने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अब बाबूलाल ने अध्ययन करने की नसीहत दी है. बाबूलाल ने कहा कि देश में 700 से अधिक आदिवासी जातियां हैं. सिर्फ झारखंड में ही 32 जातियां हैं. सबकी अपनी पूजा पद्धति है. ऐसे में हम किसी धर्म की पूजा पद्धति पर कैसे टिप्पणी कर सकते हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री के ज्ञान को सीमित बताया. कहा कि बहुत से आदिवासी ईसाई बन गए हैं, अब उन्हें क्या कहेंगे. मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मानव शास्त्र के ज्ञाता हैं लेकिन उन्हें अध्ययन की जरूरत है.