PATNA: राष्ट्रपति उम्मीदवार के संदर्भ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल एवं अन्य नेताओं द्वारा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव पर दिये गये बयान पर राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि भाजपा को न भारतीय संविधान के प्रति सम्मान है और न लोकतांत्रिक व्यवस्था में। वह केवल एक व्यक्ति विशेष में हीं सारे संवैधानिक और लोकतांत्रिक व्यवस्था को समाहित करना चाहती है। इसीलिए राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के संदर्भ में तेजस्वी द्वारा दिया गया बयान उसे हजम नहीं हो रहा है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा अपने घटिया मानसिकता के कारण हीं राष्ट्रपति पद को भी जातीवादी और नस्लीय नजरिए से परिभाषित कर रही है। आज महिला और दलित सम्मान की बात करने वाले उस दिन कहां थे जब दलित वर्ग से आने वाली महिला मीरा कुमार राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनी थी। राष्ट्रपति पद के एनडीए उम्मीदवार को जो लोग आदिवासी समुदाय से जोड़ कर हमदर्दी लेना चाह रहे हैं उनसे यह जानना चाहूंगा कि भाजपा शासित मध्य प्रदेश के सिवनी में 3 मई 2022 को बजरंग दल द्वारा दो आदीवासियों की हत्या कर दी गई थी उस वक्त एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मूर्मू द्वारा उस अमानवीय घटना के खिलाफ कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी गई थी।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि इससे बड़ा दुर्भाग्य की बात और क्या हो सकता है कि राष्ट्रपति पद के एनडीए उम्मीदवार विधायक, मंत्री और राज्यपाल रहीं है पर उनके गांव ( उड़ीसा राज्य के मयूरभंज जिलान्तर्ग उपरवेडा ) में अबतक बिजली नहीं गई थी। उस गांव में अब बिजली पहुंचाने की व्यवस्था हो रही है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन जब प्रधानमंत्री के हाथों दाखिल किया जायेगा तो फिर उस राष्ट्रपति से कैसे अपेक्षा की जायेगी कि वह निष्पक्ष रूप से अपने संवैधानिक जिम्मेदारियों का निर्वहन कर पायेगा। इसलिए स्वाभाविक तौर पर वे राष्ट्रपति भवन में एक मूर्ति के रूप में हीं बैठेंगी।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर दिया गया बयान उनके घटिया और निकृष्ट सोच का चरमोत्कर्ष है। व्यक्ति के रूप में द्रौपदी मूर्मू जी का राष्ट्रीय जनता दल काफी सम्मान करती है । राष्ट्रपति संविधान का संरक्षक होता है। आज के संदर्भ में महामहिम राष्ट्रपति महोदय की जिम्मेदारी और भी ज्यादा बढ़ गई है। पर जिस तरह द्रौपदी जी का नामांकन हुआ उसी से यह समझा जा सकता है कि वे कितनी निष्पक्ष रह पायेंगी।
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट