रांची : झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि चूंकि राज्य में खनिज संसाधनों की लूट हर ओर भी है. इसमें प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर राजनेता, पुलिस और स्थानीय प्रशासन की भी मिलीभगत है. जिलों के डीएमओ (खनन पदाधिकारी) भी बड़ी भूमिका इसमें अदा कर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे में सीएम हेमंत को चाहिए कि पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा करें. साथ ही अगर सीएम में नैतिकता है तो साढ़े तीन करोड़ जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए इस्तीफा भी दें. दीपक प्रकाश ने कहा कि ईडी द्वारा छापेमारी पर सत्तारूढ़ दल के प्रवक्ता ने छह मई को कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ी है. इसके विपरीत सीएम ने इसे केंद्र की गीदड़ भभकी कहा.
पूजा सिंघल के ठिकानों से 19 करोड़ से अधिक राशि मिलने. सगे संबंधियों के यहां से 150 करोड़ से अधिक की संपत्ति की बात सामने आई है, कई कागजात मिले हैं. इस स्थिति के बावजूद सीएम हल्की बातें कर रहे हैं. कुछ और कह रही है और उनकी पार्टी का कुछ और. यह बताता है कि सीएम बौखलाहट में हैं. वे खान विभाग के मंत्री स्वयं हैं, ऐसे में उनके विभाग के अधिकारी के खिलाफ छापेमारी की खबर ने उन्हें बेचैन कर दिया है. अब होना यह भी चाहिए कि बतौर आइएएस अफसर पूजा सिंघल के कार्यकाल की भी जांच हो.
कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जब जब राज्य में या देश में कांग्रेस की या उसके समर्थन से बनी सरकार रही है. करप्शन के मामलों में बढ़ोतरी आती रही है. मधु कोड़ा सरकार के कार्यकाल में जो गड़बड़ियां राज्य में हुई थीं, उससे अधिक गड़बड़ी अभी सामने आनी है. कोड़ा सरकार में मधु कांग्रेसियों ने खाया, कोड़ा दूसरे को मिला. दीपक प्रकाश ने एक सवाल के जवाब में कहा कि झामुमो का यह कहना कि केंद्र से झारखंड को अच्छे अफसर नहीं मिलते, गलत है. राज्य में मौजूद अधिकारियों के बलबूते ही पिछली सरकार में राज्य में सड़क, बिजली और अन्य मुद्दों पर अच्छे काम हुए. इस सरकार में ऐसा नहीं है. दरअसल, महावत अच्छा होना चाहिए तभी हाथी पर कंट्रोल रहेगा. वर्तमान सरकार अधिकारियों से काम कराने और लगाम लगाने में विफल साबित हुई है.
गौरी रानी की रिपोर्ट