PATNA : बिहार में छात्रों का UPSC पास करना एक सपना होता है. वे इसे पूरा करने के लिए जी तोड़ मेहनत करते हैं. लेकिन, उनमें से कुछ खास और मेधावी छात्र ही होते हैं जो इस परीक्षा को पास कर पाते हैं और अपने लक्ष्य को पाते हैं. वहीं, हम बात कर रहे हैं पूर्वी चम्पारण के सुशांत कुमार सिंह की, जिन्होंने देश के सबसे कठिन परीक्षा को पास करते हुए अपने लक्ष्य को पाया है. दरअसल, पूर्वी चंपारण के सुशांत ने UPSC CDS IMA में 55वां रैंक लाया है. वहीं, सुशांत के इस सफलता के बाद उनके परिवार में जश्न का माहौल है. परिजनों के बीच मिठाईयां बांटी जा रही है.
माता-पिता का रहा पूरा सहयोग
सुशांत को परिजनों से लगातार सुशांत को बधाईयां मिल रही है. वहीं, सुशांत के माता-पिता के खुशी का ठिकाना नहीं है. सुशांत के माता-पिता ने पढ़ाई में हमेशा उनका साथ दिया. वहीं, सुशांत की सफलता को लेकर उनके पिता का कहना है कि, सुशांत बचपन से ही पढ़ने में तेज थे और आखिरकार कड़ी मेहनत कर उन्होंने अपने लक्ष्य पा ही लिया है. बता दें कि, सुशांत फिलहाल बंगलौर में रह रहे हैं लेकिन उनका पैतृक गांव पूर्वी चंपारण में है. सुशांत पूर्वी चंपारण के कोटवा थाना के पोखरा गांव के रहनेवाले हैं. वहीं, सुशांत की इस सफलता के बाद उनके गांव में भी खुशी की लहर दौड़ गई है.
सुशांत ने कहां से की थी स्कूलिंग
पूरे गांव में सुशांत के ही चर्चे हो रहे हैं. बता दें कि, सुशांत ने अपनी 12वीं की परीक्षा पुणे स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल, खड़की से की. वहीं, इसके बाद उन्होंने B.Com रायपुर के कलिंगा यूनिवर्सिटी से की है. वहीं, उन्होंने सबसे कठिनतम परीक्षा को पास करते हुए अपने लक्ष्य को पाया है. यह भी बता दें कि, सम्मिलित रक्षा सेवा परीक्षा का आयोजन संघ लोक सेवा आयोग द्वारा वर्ष में दो बार किया जाता है. इस परीक्षा के माध्यम से भारतीय सैन्य अकादमी, अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी, भारतीय नौसेना अकादमी तथा भारतीय वायु सेना अकादमी में अधिकारियों की भर्ती की जाती है.
पटना से प्रीति दयाल की रिपोर्ट
