द एचडी न्यूज डेस्क : राज्यवासी आज बिहार दिवस मना रहे हैं. बिहार आज 110 साल को हो गया. सूबे के मुखिया नीतीश कुमार ने अभी थोड़ी देर पहले इसका विधिवत उद्घाटन किया. बिहार दिवस पटना के गांधी मैदान में आयोजित हो रहा है. सीएम नीतीश के साथ डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी सहित तमाम गणमान्य मौजूद हैं. बिहार दिवस हर साल 22 मार्च को मनाया जाता है. यह कार्यक्रम 22 से 24 मार्च तक आयोजित होगा.
आपको बता दें कि बिहार दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बिहार के राज्यपाल फागू चौहान, सीएम नीतीश कुमार, विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव सहित तमाम नेताओं ने बधाई व शुभकामनाएं दी है. ज्ञात हो कि आज से ठीक 110 साल पहले 22 मार्च 1912 को अलग बिहार राज्य अस्तित्व में आया था. बिहार दिवस के मौके पर पटना के गांधी मैदान का नजारा देखते ही बन रहा है. रंग-बिरंगी रोशनी के बीच बने आकर्षक स्टाल और तमाम तरह की झांकियां लोगों को बिहार के गौरव का अहसास करा रही हैं.
बिहार दिवस पर सीएम नीतीश कुमार का संबोधन जारी है. उन्होंने कहा ने इंटर टॉपरों को सम्मानित किया. सीएम ने सायंस, आर्ट्स और कॉर्मस के टॉपरों को सम्मानित किया. अंकित गुप्ता, विनीत सिन्हा, पीयूष और मुस्कान सिंह, अंजली कुमारी, सौरव कुमार, राज रंजन और सृजल कुमारी को सम्मानित किया. सभी टॉपरों को राशि और लैपटॉप देकर सम्मानित किया. सीएम नीतीश ने आगे कहा कि शुरू से बिहार हर एक धर्मों की हृदयस्थली रही है. गौतम बुद्ध, गुरुनानक, सूफी और संतों का बिहार रहा है. शक्तिशाली राजाओं ने बिहार से शासन किया है. बिहार चाणक्य और आर्यभट्ट की धरती रही है. उन्होंने कहा कि बिहार ज्ञान की धरती है, नालंद यूनिवर्सिटी और विक्रमशिला यूनिवर्सिटी धरोहर हैं.
बिहार दिवस पर जनता को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि आज का दिन बिहार के लिए ऐतिहासिक दिन है, आज हम लोगों के प्रदेश का जन्म दिवस है. वहीं भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि कहा कि नीतीश कुमार के कारण ही बिहारी कहलाने पर गौरव महसूस होता है. साथ ही शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव संजय कुमार ने कहा कि बिहार दिवस का मुख्य उद्देश्य आने बाली पीढ़ियों को बिहार के अतीत से परिचय कराना है.
शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने बंगाल के विभाजन के बाद पृथक प्रशासनिक इकाई के तौर पर बिहार के गठन की कहानी बयान की. उन्होंने देश के स्वतंत्रता आंदोलन और इसमें बिहार की भूमिका पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने मुजफ्फरपुर में क्रांतिकारी घटना को अंजाम देने वाले खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी से लेकर दादा भाई नौरोजी तक का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बिहार के लिए 22 मार्च की तारीख बेहद अहम है, लेकिन किसी सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया. नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री बनने के बाद 22 मार्च के महत्व को समझा और आम लोगों के सामने बिहार की गौरवशाली परंपरा को स्थापित किया.
ऊर्जा विभाग की ओर से लगा है स्मार्ट मीटर का स्टाल
गांधी मैदान में लगे ऊर्जा विभाग के पवेलियन में पुराने मीटर व स्मार्ट प्रीपेड मीटर के अंतर को दिखाया जा रहा है. स्मार्ट प्रीपेड मीटर को ले जो अफवाहें हैं उस बारे में लोगों के सवाल का जबाव भी दिया जा रहा है. ऊर्जा विभाग द्वारा बिजली के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों को भी बताया जा रहा है. स्टाल में आए लोगों के समक्ष स्मार्ट मीटर व पुराने मीटर के अंतर का डेमो किया जा रहा है. सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में हो रहे कार्यों को भी इस पवेलियन में बताया जा रहा है. सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट, सोलर इनवर्टर, नेट इनर्जी मीटर तथा सोलर स्ट्रीट लाइट के बारे में जानकारी दी जाएगी रही है.
बिहार दिवस 2022 पर गांधी मैदान में 120 मीटर की ऊंचाई पर 500 ड्रोन नौ मिनट तक भव्य व आकर्षक लाइट शो प्रस्तुत होगा. इसके जरिए वे बिहार की गौरव गाथा पर आधारित चित्र बनाएंगे और इस दौरान लाइव कमेंट्री प्रस्तुत की जाएगी. कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति दी जाएगी. इस दौरान राज्य गीत व बिहार गौरव गान की प्रस्तुति की जाएगी. जल-जीवन-हरियाली थीम पर लेजर शो प्रस्तुत किए जाएंगे. यह थीम यहां सभी पवेलियन और स्टेज पर भी दिखेगी.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट