PATNA: बिहार पुलिस राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने व अपराध नियंत्रण, अपराधियों के विरूद्ध कारगर कार्रवाई के साथ जनता के बीच अपनी उपस्थिति बनाए रखने के लिए तत्पर दिख रही है। पूर्व में किसी भी नगर अथवा ग्रामीण थाने में दूरवर्ती स्थानों में दोस्ती निगरानी तथा सामान्य अपराधों के विरोध के लिए आरक्षित चौकी यानी की पीओपी खोली गई थी परंतु कालांतर में उनकी सक्रिय ना के बराबर हो गई थी।
आपको बता दें कि आम जनों के बीच पुलिस की प्रभावी उपस्थिति बनाए एवं अपराध नियंत्रण एवं विधि व्यवस्था को करने के उद्देश्य से राज्य के नन-फंग्शनल थाना, ओपी औऱ टीओपी(छोटा थाना) को फंक्शनल बनाने का निर्णय लिया गया है। इन सभी पुलिस प्रस्थानों में पर्याप्त पुलिस पदाधिकारी को तैनात किए गए हैं।
आपको बता दें कि 2 महीने में 16 जिलों के 96 टीओपी को सक्रीय किया गया हैं। जिसमें पटना जिला अंतर्गत 53 टीओपी कार्यरत है, इन सारे टीओपी में 1 पदाधिकारी/हवलदार एवं 3 से 4 सिपाही तैनात किया जा रहा है।
आपको बताते चलें कि उनके लिए बीट भी निर्धारित की गई है। वार्ड के अनुसार क्षेत्र निर्धारण भी किया गया है। टीoओoपीo में पदस्थापित पदाधिकारी एवं कर्मी विभिन्न कार्य करेंगे।
पटना से अजय कुमार की रिपोर्ट