द एचडी न्यूज डेस्क : आगामी छह जुलाई को विधान परिषद का चुनाव निर्धारित किया गया है. निर्वाचन आयोग ने इसकी पुष्टि पिछले दिनों ही कर दी है. बिहार बीजेपी के एमएलसी सच्चिदानंद राय ने बड़ी मांग उठा दी है. उन्होंने कहा कि विधान परिषद में खाली हुई 12 सीटों को लेकर जदयू-बीजेपी फाइनल तैयारी अभी कर लें, ताकि आगे कोई दिक्कत न हो.
बिहार बीजेपी के एमएलसी ने बड़ी मांग छेड़ दी है. भाजपा के विधान पार्षद सच्चिदानंद राय ने यह मांग उठाई है कि विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी जेडीयू गठबंधन विधान परिषद की राज्यपाल कोटे से खाली हुई 12 सीटों को लेकर अभी ही बातचीत कर ले और उसका ऐलान कर दे. कोरोना संकट में बातचीत कर तय हो जाए कि जेडीयू और बीजेपी के कोटे में कितनी सीटें मिलेंगी.
विधान परिषद सदस्य सच्चिदानंद राय ने क्लियर किया कि जदयू और बीजेपी नेतृत्व को यह तय कर लेना चाहिए. कोरोना संकट में बातचीत करने में कोई परेशानी नही है. बीजेपी एमएलसी ने कहा कि ऐसा इसलिए कि इसके पहले भी 2012 में राज्यपाल कोटे की 12 सीटें खाली हुई थी. लेकिन नीतीश कुमार ने उस सीट पर तत्काल नॉमिनेट नही किया. जबकि उस समय बीजेपी जदयू साथ- साथ थी. मुख्यमंत्री ने 2014 में नॉमिनेट किया जब बीजेपी अलग हो गयी थी. तब सभी सीटों पर जदयू के लोग विधानपरिषद पहुंचे थे.
उन्होंने आगे कहा कि एक और वाक्या हुआ. जब विधानपरिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह का कार्यकाल खत्म हुआ और उप सभापति हारून रशीद को प्रभारी बनाया गया. सभापति का पद बीजेपी के कोटे में होने के बाद भी अवधेश नारायण सिंह जब दुबारा जीत कर आये तो जदयू कोटे के हारुन रशीद को ही प्रभारी सभापति बनाए रखा गया. ऐसे में यह सही समय है कि दोनो दल के नेता बैठकर राज्यपाल कोटे से खाली हुई 12 सीटों पर कोई निर्णय लें कि किस पार्टी के कोटे में कितने मेंबर बनेंगे. इसमें किसी को आपत्ति भी नही होनी चाहिए.
उपेंद्र कुमार की रिपोर्ट