पटना : बिहार में बढ़ते कोरोना मामले को लेकर राज्य सरकार ने कई कड़े फैसले लिए हैं. बता दें कि थोड़ी देर पहले सीएम नीतीश कुमार ने सीएम सचिवालय में उच्चस्तरीय बैठक की. सीएम नीतीश के साथ डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत एवं अन्य पदाधिकारीगण मौजूद थे.
इसी बैठक में कहा गया कि देश भर में फिर एक बार कोरोना संक्रमण बड़ी तेजी से फैल रहा है. ऐसे में स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. इसी क्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पीसी की. इस दौरान उन्होंने एलान किया कि कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए सूबे के स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान को अगले एक सप्ताह के लिए बंद रहेंगे.
इसके साथ ही कोरोना को लेकर आम लोगों के मूवमेंट पर भी पांबन्दी लगाई गई है. सरकारी आदेश के अनुसार राज्य में 30 अप्रैल तक अब दुकानें शाम के सात बजे तक ही खुलेंगे. वहीं, होटल-रेस्टोरेंट शाम के सात बजे के बाद भी खुले रहेंगे. इसके अलावा सिनेमा हॉल में 50 फीसदी लोगों को ही प्रवेश करने की अनुमति होगी. सभी धार्मिक स्थलों पर 30 अप्रैल आम लोगों के प्रवेश को वर्जित किया गया है.
सरकारी आदेश के मुताबिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट में 50 फीसदी लोगों को ही बैठाने की अनुमति होगी. वहीं, शादी में 200 लोगों और श्राद्ध में 50 लोगों के उपस्थित होने की अनुमति है. 30 अप्रैल तक सभी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक रहेगी. सभी निजी और सरकारी सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक रहेगी. 30 अप्रैल तक सभी सभी धार्मिक स्थल आम लोगों के लिए बंद रहेंगे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि फिलहाल सूबे में आंशिक लॉकडाउन लगाया गया है. सरकार स्थिति की समीक्षा कर रही है. स्थिति अगर संभल गई तो ठीक वर्ना नाइट कर्फ्यू का भी फैसला लिया जा सकता है. सरकार हर रोज स्थिति पर नजर बना कर रखेगी. हालात के मुताबिक, फैसला लिया जाएगा.