पटना : निर्वाचन आयोग ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत प्रदेश के 94 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मंगलवार को 53.51 प्रतिशत मतदान हुआ तथा कुछ स्थानों पर निर्धारित समय के बाद भी मतदान जारी रहने के कारण इसमें बढ़ोतरी की संभावना है. आयोग ने कहा कि दोनों चरणों को मिलाकर शाम पांच बजे तक 53.79 प्रतिशत मतदान हुआ है. निर्वाचन आयोग ने कहा कि वर्ष 2015 में इन विधानसभा क्षेत्रों में 55.35 प्रतिशत मतदान हुआ था. दिन के दूसरे चरण के अंतिम आंकड़ों को शामिल करने पर कुल मतदान प्रतिशत में इजाफे की संभावना है. वहीं आंकड़ों के मुताबिक मुजफ्फरपुर में सबसे ज्यादा 59.98 प्रतिशत और पटना में सबसे कम 48.23 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.
निर्वाचन आयोग के महासचिव उमेश सिन्हा ने कहा, ‘‘महामारी के बीच देश में चुनाव हो रहा है, जो कि वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी कवायद है. पहले चरण में मतदान का प्रतिशत अपेक्षाकृत अच्छा रहा. आगे मतदान प्रतिशत में इजाफा हुआ और इस चरण में विश्वास का स्तर काफी बढ़ा है.’’ ये 94 विधानसभा क्षेत्र 17 जिलों पश्चिमी चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, नालंदा तथा पटना में पड़ते हैं. दूसरे चरण में जिन प्रमुख उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला इवीएम में कैद हो गया, उनमें विपक्षी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव (राघोपुर), उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव (हसनपुर), पथ निर्माण मंत्री और भाजपा विधायक नंदकिशोर यादव (पटना साहिब) शामिल हैं.

कहां और कितना रहा वोट प्रतिशत
- पश्चिम चंपारण: 59.69 फीसदी
- पूर्वी चंपारण: 56.75 फीसदी
- शिवहर: 56.04 फीसदी
- सीतामढ़ी: 57.40 फीसदी
- मधुबनी: 54.67 फीसदी
- दरभंगा: 54.15 फीसदी
- मुजफ्फरपुर: 59.98 फीसदी
- गोपालगंज: 55.09 फीसदी
- सीवान: 51.88 फीसदी
- सारण: 54.15 फीसदी
- वैशाली: 54.52 फीसदी
- समस्तीपुर: 56.02 फीसदी
- बेगूसराय: 58.82 फीसदी
- खगड़िया: 56.10 फीसदी
- भागलपुर: 54.85 फीसदी
- नालंदा: 51.06 फीसदी
- पटना: 48.23 फीसदी
वहीं इसी बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) ने दल विरोधी कार्य करने वाले 33 नेताओं को मंगलवार को छह वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया. जद (यू) के प्रदेश महासचिव अनिल कुमार ने बताया कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद बशिष्ठ नारायण सिंह ने दल विरोधी कार्य करने वाले 33 नेताओं को छह वर्ष के लिए दल से निष्कासित कर दिया. जद (यू) के जिन नेताओं को पार्टी से निष्कासित किया गया है उनमें अरूण कुमार सिंह, दीपक कुमार पटेल, अनिता सिंह शामिल हैं.