पटना : बिहार में कोरोना तेजी से पांव फैलाता जा रहा है. राज्य में शनिवार को रिकार्ड संख्या में 2803 नए मामले आए हैं. वहीं पटना में शनिवार को 536 नए कोरोना मरीज सामने आए हैं. वहीं एनएमसीएच में चार व एम्स में दो मरीजों की मौत हो गई है. पटना जिले में कोरोना से होने वाली मौत का आंकड़ा 40 तक पहुंच गया है. राज्य में कोरोना पॉजिटिवों की संख्या बढ़कर अब 36314 हो गई है.
पिछले 12 दिनों में कोई ऐसा दिन नहीं रहा है जिस दिन राज्य में कम से कम 1000 से अधिक नए कोरोना पॉजिटिव नहीं पाए गए हों. कोरोना पॉजिटिवों की बढ़ रही संख्या ने रिकवरी रेट को बिगाड़कर रख दिया है. बिहार में 12 जुलाई को कोरोना पॉजिटिवों की कुल संख्या 16305 थी जो 12 दिन बाद 24 जुलाई को दोगुनी से भी अधिक हो गई है.
दरभंगा में कोरोना से दो की मौत
जिला में शनिवार को दो कोरोना संक्रमित की मौत हो गई. दोनों मधुबनी के रहने वाले थे. इसमें से एक महिला थी, जबकि दूसरा युवक था. दोनों की उम्र करीब 40 वर्ष थी. जानकारी के अनुसार महिला की मेडिसिन वार्ड से कोरोना आइसीयू में ले जाने के दौरान हो मौत हो गई. महिला को गंभीर स्थिति में डीएमसीएच में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान शनिवार अपराह्न 12 बजे महिला ने दम तोड़ दिया. वही युवक की मौत आइसोलेशन वार्ड में हो गई.
पटना के 11 निजी अस्पतालों में हो रहा कोरोना के इलाज
क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को पटना के निजी 11 अस्पतालों में कोरोना के इलाज के लिए चिन्हित किए जाने की जानकारी दी गई. सूचना सचिव अनुपम कुमार और स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह के मुताबिक, पटना के 11 निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए चिन्हित किया गया है. इनमें पांच अस्पतालों में 96 मरीज भर्ती हुए, जिसमें 40 मरीज कोरोना पाजिटिव हैं और 56 संदिग्ध है.
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि डीएम को प्राइवेट अस्पतालों को कोरोना इलाज के लिए चिन्हित करने का अधिकार दिया गया है. इन अस्पतालों में प्रोटोकाल के तहत बेहतर इलाज होगा. लोगों को कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए डीएम को ही इलाज की दर भी तय करने को कहा गया है.
रिपोर्ट के साथ डॉक्टर बताएंगे कैसे होगा इलाज
कोरोना जांच रिपोर्ट में देरी नहीं हो इसके लिए सरकार के निर्देश पर शनिवार से 24 घंटे में जांच रिपोर्ट मिलनी शुरू हो गई. इसके पहले सभी लंबित जांच रिपोर्ट को जारी कर दिया गया. कोरोना जांच रिपोर्ट जारी करने वाले डॉक्टरों को कहा गया कि अपनी रिपोर्ट में यह भी लिखें को मरीजों को कहां और किस तरह के इलाज की जरूरत है. इससे कोरोना के मरीजों की स्थिति की जानकारी मिल सकेगी और उन्हें इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती कराने में कोई परेशानी नहीं होगी. मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की शनिवार को हुई बैठक में सभी डीएम को निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज के लिए बेड तय करने के अधिकार दिए गए. सभी डीएम और राज्य स्वास्थ्य समिति को पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस उपलब्ध कराने को कहा गया.
पटना में सबसे अधिक 316 मामले मिले
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, दो दिनों में राज्य में 2803 नए संक्रमित पाए गए हैं. इसमें शुक्रवार को 1021 नए मामले जबकि गुरुवार को 1782 नए मामले पाए गए. गुरुवार को पटना 228, नालंदा 195, कटिहार 175, रोहतास 149, वैशाली 109, भोजपुर 101, अररिया 55, अरवल 10, औरंगाबाद 21, बेगूसराय 70, भागलपुर 46, बक्सर 44, दरभंगा 12, पूर्वी चंपारण 45, गया 74, गोपालगंज 25, जमुई 12, जहानाबाद चार, कैमूर दो, खगड़िया 10, किशनगंज 20, लखीसराय 25, मधेपुरा 15, मधुबनी 18, मुंगेर चार, मुजफ्फरपुर 21, पूर्णिया 97, सहरसा 28, समस्तीपुर 53, सारण 33, शेखपुरा 26, शिवहर नौ, सीतामढ़ी चार, सीवान 13, सुपौल 21, पश्चिम चंपारण सात और बांका में एक नया पॉजिटिव पाया गया है.
इधर, शुक्रवार को राज्य के 35 जिलों में पटना में सबसे अधिक 316 और भागलपुर में 103 नए मामले पाए गए हैं. इसके अलावा अरवल 15, औरंगाबाद तीन, बांका आठ, बेगूसराय 43, भोजपुर 16, बक्सर आठ, दरभंगा 15, पूर्वी चंपारण 55, गया 60, जमुई पांच, जहानाबाद 42, कटिहार दो, खगड़िया 31, मधुबनी 36, मुंगेर आठ, मुजफ्फरपुर 33, नालंदा 30, नवादा दो, पूर्णिया 23, रोहतास 19, समस्तीपुर 24, शेखपुरा 15, शिवहर पांच, सीतामढ़ी 22, सीवान दो, सुपौल 24, वैशाली 15, पश्चिम चंपारण पांच, गोपालगंज एक और धनबाद के पांच लोगों का पटना में सैंपल पॉजिटिव पाया गया है.