पटना ब्यूरो
पटना: राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने बताया कि देश में इसरो के सहयोग से हेल्थ इमरजेंसी ऑपरेटिंग सेन्टर की शुरूआत करने वाला बिहार पहला राज्य बन गया है। उन्होंने बताया कि इस पोर्टल का निर्माण प्रभावित क्षेत्र के गांव को आधार मानकर बनाया गया है। इस पोर्टल पर सभी जिलों के संबंध में जानकारी होगी तथा हर जिले में कोरोना का इपीसेन्टर उस जिले के मैप पर कन्टेनमेंट जोन के अनुसार प्रदर्शित होगा। इस पोर्टल पर कन्टेनमेंट जोन इपीसेन्टर के तीन किलोमीटर के दायरे में होगा तथा बफर जोन सात किलोमीटर के दायरे में होगा। सरकार कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इपीसेन्टर के कन्टेनमेंट जोन एवं बफर जोन को चिन्हित कर प्रत्येक जोन में आने वाले प्रत्येक गांव एवं उस गांव में अवस्थित घरों का स्क्रीनिंग करेगी।
पाण्डेय ने बताया कि नक्शे में कन्टेनमेंट/बफर जोन में गांव की सूची, संख्या, गांव में घरों की संख्या एवं उस गांव की जनसंख्या की विस्तार से जानकारी रहेगी। इस जानकारी से ट्रेसिंग, टेस्टिंग व ट्रैकिंग टीम को रीयल टाईम जानकारी प्राप्त हो सकेगी जिससे जांच में मदद मिलेगी। इस पोर्टल के माध्यम से कोरोना (COVID -19 ) के उद्भेदन एवं संक्रमण को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। बिहार के प्रभावित जिलों में कुल 37 कन्टेनमेंट जोन बनाया गया है। इन सभी जोन के प्रभारी एक नोडल पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी होंगे जो प्रभावित क्षेत्र की निगरानी करेंगे।